लखनऊ: अपराधियों के खिलाफ जारी कार्रवाई के बीच सपा का दर्द झलकता रहता है, वह अकारण नहीं है। अब तक जितने अपराधियों पर कार्रवाई हुई है, उनमें अधिकतर अपराधी सपा से ही जुड़े पाए गए हैं। ताजा मामला राजधानी लखनऊ का है, जहां डीजेपी ऑफ़िस से चंद कदमों की दूरी पर दो लोगों ने बीच सड़क हर्ष फायरिंग करते हुए जन्मदिन मनाया था। अचानक से राजधानी के सबसे सुरक्षित जोन में फायरिंग से यहां अफरा तफरी मच गया था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था एकबार फिर कठघरे में आ गई थी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद इस वीडियो का ट्वीट कर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया था। हालांकि पुलिस ने हर्ष फायरिंग करने वाले दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि दोनों समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं।
भाजपा 2.0 के राज में ~ यूपी डूबा अपराध में
आज का अपराधनामा pic.twitter.com/mheZo7gEw1
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 8, 2022
गौरतलब है कि लखनऊ में गोल्फ सिटी स्थित प्लासियो मॉल के पास गुरुवार रात को कुछ युवकों ने सड़क पर अपने दोस्त मनीष तिवारी से बर्थडे केक कटवाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इससे वहां से गुजरने वाले राहगीर दहशत में आ गए और भगदड़ मच गई। पुलिस जब तक मौके पर पहुंची हमलावर भाग निकले। शुक्रवार को युवकों के दुस्साहस का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद नाक बचाने के लिए हरकत में आई राजधानी पुलिस ने आरोपियो की पहचान करते हुए उनके घर पर दबिश दी।
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पुलिस का सख्त तेवर देखकर आरोपी नीरज सिंह और उसका साथी मनीष तिवारी देर रात गोल्फ सिटी थाने पहुंच कर सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उनके साथ हुड़दंग में शामिल अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि फायरिंग करने वाला नीरज सपा कार्यकर्ता है। वह सपा का जिला सचिव भी रह चुका है। कई लोगों ने हुड़दंगियों के इस वीडियो को लखनऊ कमिश्नरेट के ट्विटर हैंडल को टैग करते इस वीडियो को डाला था। इस वीडियो में देखा जा रहा है कि बीच सड़क पर कारों के साथ युवकों का जमावड़ा लगा हुआ है। दर्जन की संख्या में हुड़दंगी शोर मचाते हुए कारों पर सवार हैं। इसमें कुछ लोग पिस्टल से फायरिंग कर रहे हैं, तो कुछ कार की बोनट पर नाच रहे हैं।
अपने ही कार्यकर्ता को नहीं पहचान पाए अखिलेश
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल टोपी पर कटाक्ष करते हुए इससे जनता को रेड अलर्ट किया था। राजधानी में जिस तरह बेखौफ होकर हुड़दंग मचाया गया है, उसमें सपा का नाम न आए ऐसा कहा हो सकता था। मजे की बात यह है कि हुड़दंग मचाने वालों का वीडियो खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया था। जबकि गिरफ्तारी के बाद यह साफ हो गया है कि हुड़दंग मचाने वाला कोई और नहीं बल्कि सपाई था। ऐसे में सवाल यह भी है कि अखिलेश यादव को अगर वास्तव में कानून व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं, तो अपने कार्यकर्ताओं को सुधरने के लिए क्यों नहीं बोल रहे?
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