Valmiki Jayanti 2024: ब्रह्मर्षि प्रचेता के पुत्र हैं आदिकवि महर्षि वाल्मीकि

Valmiki Jayanti 2024: सृष्टि के आदि कवि और श्रीमद रामायण के रचयिता ब्रह्मर्षि वाल्मीकि कोई चोर अथवा डाकू नहीं हैं। हमारे आदि कवि वास्तव में ब्रह्मर्षि प्रचेता के पुत्र हैं।…

Pauranik Katha: गरुड़ देव के ये रहस्य कर देंगे आपको आश्चर्यचकित

Pauranik Katha: गरुड़ भगवान के बारे में सभी जानते होंगे। यह भगवान विष्णु का वाहन हैं। भगवान गरुड़ को विनायक, गरुत्मत्, तार्क्ष्य, वैनतेय, नागान्तक, विष्णुरथ, खगेश्वर, सुपर्ण और पन्नगाशन नाम…

Prerak Prasang: रंगजी की अलौकिक सुंदरता

Prerak Prasang: महापुरुषों की दृष्टि पड़ते ही क्षण भर में जीवन सुंदर हो सकता है। दक्षिण में एक भक्त हुए उनका नाम धनुदास था। प्रारम्भ में वे हेम्मबा नाम की…

Dussehra पर नीलकंठ का दर्शन करना क्यों माना जाता है शुभ, जानें क्या कथा

Dussehra: दशहरा, जिसे विजयदशमी भी कहा जाता है, अश्विन माह की दसवीं तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक…

Pauranik Katha: कौन था महिषासुर, कैसे हुई उत्तपत्ति और वध

Pauranik Katha: महिषासुर ब्रह्म ऋषि कश्यप और दनु का पौत्र (पोता) और असुरों के राजा रम्भ का पुत्र था। महिषासुर के पिता रंभ, असुरों के राजा थे। एक बार असुरों…

Navratri: माता दुर्गा के 51 शक्तिपीठ और उनके स्थान

Navratri: नवरात्रि में माता दुर्गा की पूजा चल रही है। माता के 51 शक्तिपीठों की नवरात्रि में विशेष महत्ता है। यहां हम 51 शक्तिपीठों के नाम और स्थान के बारे…

Navratri: भगवती को माँ दुर्गा क्यों कहा जाता है

Navratri: नवरात्रि चल रही है, जिसे हमलोग दुर्गापूजा के नाम से भी जानते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि माँ भगवती को माँ दुर्गा क्यों कहा जाता है। पौराणिक…

Kanpur News: रविंद्रपुरी महाराज पहुंचे करौली शंकर महादेव धाम, साधु-संतों-सेवकों ने किया भव्य स्वागत

कानपुर: अखिल भारतीय आखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्रपुरी महाराज करौली शंकर महादेव धाम में पहुंचे। इस दौरान दरबार में उपस्थित सभी साधु-संतों, सेवकों और भक्तजनों ने उनका भव्य स्वागत…

Navratri: माँ न होती तो हम न होते

Navratri: माँ प्रत्येक जीव की आदि अनादि अनुभूति है। हम सबका अस्तित्व माँ के कारण ही है। माँ न होती तो हम न होते। माँ स्वाभाविक ही दिव्य हैं, देवी…

Pauranik Katha: महादानी सूर्यपुत्र कर्ण की मृत्यु का रहस्य, श्रीकमृष्ण ने दी थी मुखग्नि

Pauranik Katha: दुशाशन को जब भीम ने मार कर उसका रक्त पिया और द्रौपदी के केश उसके खून से धुलवाए तो दुर्योधन की आँखों में खून उतर आया उसने आव…

Other Story