सनातन वैदिक हिन्दू के लिए प्राण है शिखा

सनातन वैदिक प्रत्येक हिन्दू के लिए सिर की शिखा प्राण के समान है। सनातन संस्कृति का यह प्राणतत्व हम हिंदुओं ने कैसे क्षीण कर लिया है, अब इस पर चिंतन…

अग्निपथ से निकले अग्निवीर देश तो नहीं जलाएंगे

भारत की भावी पीढ़ी को सैन्य सुरक्षा में प्रशिक्षित कर अनुशासित नागरिक बनाने की प्रक्रिया की घोषणा उन्हें रास नहीं आ रही। युवा अनुशासित और आत्मनिर्भर बन जायेगा तो रजानीतिक…

समाज एवं व्यवस्था परिवर्तन में स्वयं सेवक की भूमिका

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) वस्तुतः एक सांस्कृतिक संगठन है। इस संगठन में व्यक्तियों का निर्माण करने की योजनाएं बनाई और क्रियान्वित की जाती हैं। जब कोई व्यक्ति…

मोदी बनाम राहुल के लोकतंत्र में अंतर

नेशनल हेराल्ड मामले (National Herald case) में आज राहुल गांधी से पूछताछ (ED questioning Rahul Gandhi) हो रही। ईडी ने बुलाया था। इस बुलावे का जिस तरह पूरी कोंग्रेस पार्टी…

आत्मीयता से ओत-प्रोत स्मृतियां

प्रो. संजय द्विवेदी की उदार लोकतांत्रिक चेतना का प्रमाण उनकी सद्यः प्रकाशित पुस्तक ‘न हन्यते’ है। ‘न हन्यते’ पुस्तक में दिवंगत हुए परिचितों, महापुरुषों के प्रति आत्मीयता से ओत-प्रोत संस्मरण…

शिवाजीः सुशासन, समरसता, सामाजिक न्याय के वाहक

शिवाजी का नाम आते ही शौर्य और साहस की प्रतिमूर्ति का एहसास होता है। अपने सपनों को सच करके उन्होंने खुद को न्यायपूर्ण प्रशासक रूप में स्थापित किया। इतिहासकार भी…

नूपुर शर्मा विवाद में आधा सच दिखाकर ऐतिहासिक भूल कर रहा है मीडिया

मीडिया चैनलों पर मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से कहा जा रहा है कि नूपुर शर्मा द्वारा मोहम्मद साहब पर दिए गए विवादित बयान ने मुसलमानों को उकसाया है और कानपुर…

कड़ा स्टैंड लेने के बजाय भाजपा ने अपनी दबी हुई दुम दिखा दी!

अनुच्छेद-370 हटाने, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लाने और तीन तलाक की गंदी परंपरा को समाप्त करने के केंद्र सरकार के फैसले याद हैं आपको। शाहीनबाग षडयंत्र याद है आपको। अमेरिकी…

संकल्प से सिद्धि के आठ साल

जीवन में जब हम बड़े लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ते हैं, तो कई बार ये देखना भी जरूरी होता है कि हम चले कहां से थे, शुरुआत कहां से की…

एक ही एजेंडा, एक ही तरीका, एक ही तरह का उपद्रव!

कश्मीर से कन्याकुमारी तक एजेंडा एक ही दिख रहा है। तरीका और तैयारी भी एक ही जैसी। उपद्रव का प्रकार भी। वही भीड़। वही पत्थरबाजी। सुरक्षा बालों पर निशाना। दिन…