Pt. Deendayal Upadhyay Special: भारतबोध के प्रखर प्रवक्ता
Pt. Deendayal Upadhyay Special: वे सही मायनों में भारतबोध के प्रखर प्रवक्ता थे। भारतीय राजनीति में उनके आगमन ने एक नया विमर्श खड़ा कर दिया और वैकल्पिक राजनीति को मजबूत…
Pt. Deendayal Upadhyay Special: वे सही मायनों में भारतबोध के प्रखर प्रवक्ता थे। भारतीय राजनीति में उनके आगमन ने एक नया विमर्श खड़ा कर दिया और वैकल्पिक राजनीति को मजबूत…
भाषा का संबंध इतिहास, संस्कृति और परंपराओं से है। भारतीय भाषाओं में अंतर-संवाद की परंपरा बहुत पुरानी है और ऐसा सैकड़ों वर्षों से होता आ रहा है। यह उस दौर…
आचार्य विष्णु हरि मेरे पास कई दिनों से कॉल आ रहे थे कि घोसी में योगी की हार पर कुछ लिखिये। मैंने कह दिया कि कितनी गालियां खाऊं मैं, सच…
किसी भी राष्ट्र की सुख-समृद्धि का पता इस बात से चलता है कि वहां की प्रजा कितनी सुखी है और आर्थिक, सामाजिक और वैचारिक रूप से कितनी विकसित हुई है।…
मातृभाषा वैयक्तिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि का बोध कराती है। समाज को स्वदेशी भाव-बोध से सम्मिलित कराते हृए वैश्विक धरातल पर राष्ट्रीय स्वाभिमान की विशिष्ट पहचान दिलाती है। किसी भी देश…
किसी भी लोकतांत्रिक देश में जनता और सरकार के मध्य जन-जन की भाषा ही संपर्क भाषा के रूप में सार्थक भूमिका अदा कर सकती है। हिंदी, भारतीय संस्कृति के मूल…
जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भारत, मध्य पूर्व और यूरोप के एक मेगा इकोनॉमिक कॉरिडोर की घोषणा की। इसके…
Vinoba Bhave Jayanti: गांधी और विनोबा भावे आज भी प्रासंगिक हैंl दोनों के चिन्तन समग्र विश्व का चिन्तन थाl गांधी अहिंसा और मानवता के पुजारी थे, तो विनोबा करुणा की…
भाषा संवाद संप्रेषण का सशक्त माध्यम है। मनुष्य को इसलिए भी परमात्मा की श्रेष्ठ कृति कहा जाता है कि वह भाषा का उपयोग कर अपने भावों को अभिव्यक्त करने में…
Republic Day: आगामी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस (Republic Day) की 73वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। आजादी के बाद हमारे देश में फर्जी सेकुलरवाद ने देशभक्ति के जिस ज्वार का दमन…