पारिवार खुशहाल तभी जब स्वस्थ रहेंगी स्त्रियां

International Action Day: स्वस्थ जिन्दगी हर किसी की पहली जरूरत होती है लेकिन बहुत से घरों में आज भी महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता में नहीं रखा जाता जो कि…

Narada Jayanti: समस्त जीवों के परम आचार्य हैं ब्रह्मर्षि नारद

Narada Jayanti: ब्रह्मर्षि नारद कोई सामान्य महर्षि अथवा ब्रह्मर्षि नहीं है। वह समस्त जीव जगत के परम आचार्य हैं। वस्तुत सृष्टि में गुरुतत्व के मूल हैं। पथप्रदर्शक हैं। जीवन दृष्टि…

Ram Mandir: अयोध्या से श्रीराम गए ही क्यों थे?

Ram Mandir: अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी, 2024 को श्रीराम मन्दिर (ShriRam Mandir) के निर्माण का प्रथम चरण पूर्ण हो गया। श्रीराम (ShriRam) की भव्य प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का…

चीन की चालबाजी का शिकार हो रहा नेपाल, भारत के भू-भाग पर नजर

कई शताब्दियों से भारत और नेपाल एक-दूसरे के पूरक रहे हैं। नेपाल पर कभी भारत ने चढ़ाई करके अथवा किसी प्रकार का छल करके नियन्त्रण पाने की चेष्टा नहीं की।…

कांग्रेस और वामदलों की युति, संकट में संस्कृति

भारत में वामपंथी कम्युनिस्ट संगठनों का पदार्पण रूस और चीन की क्रान्तियों से प्रभावित रहा है। वामपंथी विचारधारा के प्रति लगाव के कारण 1920 में भारत के वाममार्गी झुकाव के…

Azadi ke Naayak: ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरुद्ध पहली क्रान्ति के नायक

Azadi ke Naayak: ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरुद्ध 1857 में पहली सशक्त क्रान्ति हुई थी। अंग्रेजों के विरुद्ध यह सबसे बड़ा प्रहार था। जिसे भारत के चार सौ से अधिक नायकों…

Takshashila: विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय तक्षशिला, जानें पाकिस्तान ने कैसे जमाया अधिकार

Takshashila: अयोध्या के राजा श्रीराम के भाई भारत के दो पुत्र थे तक्ष और पुष्कल। तक्ष के ही नाम पर तक्षशिला विश्वविद्यालय बना था। जो ईस्वी सन प्रारम्भ होने के…

नेहरू का राष्ट्रवाद और अमेरिकी लेखक

किसी भी राष्ट्र की उन्नति के लिये उस देश के नायकों की राष्ट्रवाद के प्रति अवधारणा का बड़ा महत्व होता है। अमेरिका में एक महान विचारक हुए हैं- सैमुअल फिलिप्स…

भारत में धर्मान्तर नया नहीं है, यहां बिकता है धर्म

जिसे भारतवर्ष नाम दिया गया था, उसे अब भारतीय उप महाद्वीप के नाम से परिभाषित किया जाता है। यह अलग बात है कि बहुत से लोग वर्तमान भूखण्ड (32,87,263 वर्ग…

राजनीति से बहिष्कृत होती नैतिकता

भारत की पहचान आदर्श मानव मूल्यों और नैतिकता को माना जाता है। हजारों वर्षों से भारतीय संस्कृति के विचार सागर में इन दो गुणों की सदा से प्राबल्यता रही है।…