Basti: योगी राज में जहां बुलडोजर चलाकर अपराधियों के हौसले तोड़े जा रहे हैं, वहीं मुस्लिम समुदाय के लोग सबक लेने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं। इसके लिए पुलिस (UPPolice) की लचर रवैया भी कम जिम्मेदार नहीं है। मामला जब तक तूल न पकड़ ले पुलिस हरकत में नहीं आती। ऐसा ही मामला बस्ती (Basti) जनपद के पैकोलिया थाना क्षेत्र (Pakolia police station) के असनहरा गांव में देखने को मिला। यहां बच्चों के विवाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने असनहरा गांव की पूर्व महिला ग्राम प्रधान मीना देवी पर जानलेवा हमला बोल दिया। करीब दर्जनों की संख्या में दबंगों दलित महिला को जमीन पर पटक-पटक कर बुरी तरह से पीटा।
महिला की गुहार जब पैकोलिया पुलिस (Pakolia police station) ने नहीं सुनी तो दबंगों से परेशान होकर पूर्व महिला प्रधान अपना घर और गांव छोड़कर पलायन कर गई। इसकी सूचना होने पर जिला पंचायत सदस्य के पति और हिंदूवादी नेता दिग्विजय सिंह के हस्तेक्षेप पर पैकोलिया पुलिस मौके पर पहुंची तो दलित मिहला के घर पलायन किए जाने का पोस्टर लगा देखा। हालांकि पुलिस (UPPolice) ने पलायन का पोस्टर हटाकर मामले में लीपापोती शुरू कर दिया।
➡️पूर्व प्रधान मीना देवी पलायन को मजबूर
➡️24 घंटे बाद भी कार्रवाई न होने से पुलिस पर उठे सवाल
➡️पीड़ित पूर्व महिला प्रधान मीना देवी ने अपना घर छोड़ा
➡️मुस्लिमों की प्रताड़ना से तंग मीना देवी ने किया पलायन
➡️घर पर चिपकाए घर बिकाऊ के पोस्टर, लिखा प्रताड़ित हूं
➡️मीना देवी के… pic.twitter.com/KFMnOXCX9I
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) March 10, 2023
वहीं दिग्विजय सिंह राना ने इस मामले में सांसद व सीओ से बात की, जिसपर दबाव में आई पैकोलिया पुलिस ने महिला की खोजबीन कर, मामले में दबंगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीओ शेषमणि उपाध्याय के मुताबिक मामले में पुलिस ने 7 नामजद और 4 अज्ञात दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी आरोपी हैं उन सबके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं हिंदूवादी नेता दिग्विजय सिंह राना ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
#BastiPolice थाना पैकोलिया क्षेत्र अंतर्गत ग्राम असनहरा में दो पक्षों में हुए विवाद के संबंध में क्षेत्राधिकारी हरैया द्वारा दी गई बाइट- pic.twitter.com/aW27BKjN9H
— BASTI POLICE (@bastipolice) March 10, 2023
यह है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक पूरा मामला बच्चों के विवाद को लेकर शुरू हुआ। पीड़ित दलित महिला और पूर्व ग्राम प्रधान मीना देवी का बेटा घर के बाहर खड़ा था, तभी गांव का एक बच्चा साइकिल से वहां आया और उसने पीड़िता के बेटे पर साइकिल चढ़ा दी। इससे बच्चे को काफी चोट आई और वह बेहोश हो गया। उधर आरोपी बच्चा अपने घर गया और सबको बता दिया कि मीना देवी ने उन्हें डांट कर भगा दिया है। इसके बाद बच्चे के घर से दर्जनों की संख्या में पहुंचे लोगों ने मीना देवी के घर में घुसकर अभद्रता करने लगे।
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इसका विरोध करने पर महिला मीना देवी पर ये सभी कहर बनकर टूट पड़े और बुरी तरह से पिटाई कर दी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं पैकोलिया पुलिस ने लिखित तहरीर के बावजूद भी मामले की जांच करना भी मुनासिब नहीं समझा, जिसके चलते दबंगों से डरकर मीना देवी ने अपने घर पर बिकाऊ होने का पोस्टर लगाकर, घर व गांव छोड़कर पलायन कर गई। वहीं हिंदूवादी नेता दिग्विजय सिंह राना के प्रयास और उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद 7 नामजद और 4 अज्ञात दके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।
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