Bareilly News: देश में एक तरफ जहां लव जिहाद का माहौल बनाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम समाज की महिलाएं हिंदू धर्म में खुद को सुरक्षित महसूस कर रही हैं। यहां जबरन नहीं बल्कि अपनी मर्जी से मुस्लिम महिलाएं हिंदू धर्म स्वीकार कर सात फेरे भी ले रही हैं। ऐसा ही नजारा बरेली जनपद में देखने को मिला। यहां अगस्त्य मुनि आश्रम में मुस्लिम युवती ने हिंदू धर्म स्वीकार करते हुए अपना नाम इलमा से सौम्या रख लिया। इसके साथ ही उसने हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक, अपने प्रेमी सोमेश शर्मा के साथ सात फेरे लेकर शादी के बंधन में बंध गई।
अगस्त्य मुनि आश्रम के पंडित केके शंखधार ने बताया कि वैदिक रीत-रिवाज से दोनों को विवाह संपन्न कराया गया है। वहीं इलमा से सौम्या शर्मा बनी ने कहा है कि वह बालिग है, उसने स्वेच्छा से हिंदू धर्म स्वीकार कर और वह सोमेश के साथ प्रेम विवाह किया है। जानकारी के मुताबिक बदायूं के थाना बिल्सी के गांव परोसी निवासी इलमा उर्फ सौम्या दसवीं पास है। लिखा पढ़ी में उसकी उम्र 19 वर्ष से ऊपर है। करीब पांच वर्षों से उसका गांव के ही सोमेश शर्मा से प्रेम प्रसंग चल रहा था। सोमेश शर्मा दिल्ली में नौकरी करता है और दोनों के घरों के बीच का फासला काफी कम करीब 500 मीटर का है।
परिवार वाले दूसरी जगह करना चाहते थे शादी
इलमा के परिवार वाले उसकी शादी दूसरी जगह पर करना चाहते थे। लेकिन, कुछ समय पहले इलमा के परिजनों को दोनों के प्रेम-प्रसंग के बारे में पता चला। इलमा के परिवार वाले इसके विरोध में आ गए। इलमा का आरोप है कि परिवारवाले इतना नाराज थे कि उसकी हत्या करना चाहते थे। इसकी भनक जब उसे लगी तो दो माह पहले ही प्रेमी युगल ने अपना घर छोड़ दिया। दोनों पहले प्रयागराज पहुंचे और यहां शादी का रजिस्ट्रेशन कराया। गुरुवार को दोनों अगस्त्य मुनि आश्रम पहुंचे। यहां पंडित केके शंखधार ने गंगाजल व अन्य रस्म से इलमा शुद्धिकरण कर धर्म परिवर्तन कराया। इसके बाद दोनों ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सात फेरे लेकर एक-दूसरे के हो गए।
इसे भी पढ़ें: जल्द राजनीति में एंट्री करेंगी नेहा सिंह राठौर, दिए यह संकेत
शादी कराने वाले पंडित को मिल रही धमकियां
शादी के बाद इलमा उर्फ सौम्या शर्मा ने बताया कि वह गांव नहीं जाएगी। सोमेश शर्मा उसे जहां ले जाएगा, वह वहीं रहेगी। इधर, शादी कराने वाले पंडित केके शंखधार का कहना है कि धर्म परिवर्तन कराकर मुस्लिम युवती की हिंदू रीति रिवाज से शादी कराने के बाद अब उनको धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि गत डेढ़ महीने में चार मुस्लिम लड़कियों की शादी हिंदू लड़कों से करा चुके हैं। ऐसे में उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी मिलती रहती है।
इसे भी पढ़ें: 18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जंबूरी में बस्ती को मिला प्रथम स्थान