नई दिल्ली: देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। लोगों से सुरक्षा बरतने की अपील की जा रही है, बावजूद इसके नेताओं की जनसभाएं व रैलियां जारी हैं। चुनावी मौसम में नेता भीड़ जुटाने में मशगूल नजर आ रहे हैं। वहीं कोरोनावायरस (Coronavirus) की पहली व दूसरी लहर का दंश झेल चुकी जनता भी जान जोखिम में डालकर इन नेताओं की भीड़ में इकट्ठा हो रही है। कोरोना की दूसरी लहर में व्यवस्था का रोना रोने वाली जनता यह भूल गई है कि उनकी इसी लापरवाही के चलते पूरी व्यवस्था ध्वस्त होती है। बेहतर इलाज के लिए सरकार को कोसने वाला को भी सोचना होगा कि भीड़ से बचने की उनकी भी जिम्मेदारी बनती है। फिलहाल 2 जनवरी को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जनसभा करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह जानकारी सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने खुद ट्वीट करके दी है।
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ट्वीट कर लिखा है कि पिछले दिनों जो लोग मेरे संपर्क में आए हों, वो आइसोलेट हो जाए और अपना टेस्ट कराएं। उन्होंने लिखा है कि मैं कोविड पॉजिटिव हो गया हूं। हल्के लक्षण हैं। मैंने खुद को घर में आइसोलेट कर लिया है। बता दें कि अरविंद केजरीवाल सोमवार को पार्टी के प्रचार के लिए उत्तराखंड गए थे। यहां उन्होंने ‘नवपरिवर्तन सभा’ को संबोधित किया था। ज्ञात हो कि उत्तराखंड में भी वर्ष 2022 में विधानसभा का चुनाव होना है। इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने रविवार को लखनऊ में भी एक रैली को संबोधित किया था।
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गौरतलब है कि दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल टीवी पर खुद इसका प्रचार करते हुए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। बावजूद इसके वह खुद चुनावी संभाएं भी कर रहे हैं। नेताओं के कथनी और करनी में कितना अंतर होता है, यह अरविंद केजरीवाल के प्रचार और हकीकत को देखकर समझा जा सकता है। फिलहाल चुनाव है, वोट के लिए नेता कुछ भी कर सकते हैं। जनता को सोचना होगा कि जिंदगी उनकी खुद की है, उनका अपना परिवार है। ऐसे में किसी प्रलोभन में आकर खुद को और अपने परिवार को जाखिम में न डालें। भीड़ का हिस्सा बनने से बचें।
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