प्रयागराज: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) पेपर लीक मामले में योगी सरकार का जो रुख था उससे लग रहा था कि बड़ी कार्रवाई होगी। सरकार ने इस मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय कुमार उपाध्याय को निलंबित कर दिया है। शासन ने उन्हें गोपनीयता और उच्चस्तरीय मापदंडों का निर्वाहन न कर पाने के आरोप में निलंंबित कर दिया है।
परीक्षा पेपर लीक होने ओर यूपी-टीईटी को शुचितापूर्ण ढंग से न करा पाने के कारण सचिव अनामिका सिंह की ओर से जारी निलंबन आदेश के मुताबिक इस अवधि के दौरान संजय कुमार उपाध्याय बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय लखनऊ से संबंद्व रहेंगे। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार एक महीने के अंदर यूपी टीईटी की परीक्षा फिर से कराने की तैयारी में है। शासन ने सचिव परीक्षा नियामक को यूपी टीईटी परीक्षा शुचितपूर्ण, नकलविहीन और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न न करा पाने का प्रथम दृष्टया दोषी माना है।
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गौरतलब है कि 28 नवंबर को UP TET की परीक्षा दो पालियों में प्रस्तावित थी, कि इससे पहले परीक्षा पेपर लीक हो गया, जिसके चलते परीक्षा को निरस्त करनी पड़ गई थी। एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा में व्हाट्सऐप ग्रुप में पेपर वायरल हुआ था, जिसके चलते UP TET की परीक्षा रद्द कर दी गई। अब यह परीक्षा एक महीने बाद होगी। परीक्षार्थियों के लिए राहत वाली बात यह है कि इसके लिए उन्हें दोबारा फीस नहीं देनी होगी। इस बार UP TET के लिए 21,62,287 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
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