प्रकाश सिंह
कुशीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल को आज वह सौगात दे ही है, जिसकी प्रदेश के लोगों ने कभी कल्पना तक नहीं की थी। कहने को तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन और राजकीय मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया है। लेकिन जब हम इसकी खूबियों को देखेंगे तो पता चलेगा कि पूर्वांचल को वह चीज मिली है, जिसकी कभी कल्पना तक नहीं की गई थी। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रदेश का सबसे लंबा रनवे वाला एयरपोर्ट है। यह 3.2 किमी लंबा और 45 मीटर चौड़ा है। इसके एप्रन पर चार हवाई जहाज एक साथ खड़े हो सकते हैं। वहीं इसके रनवे की क्षमता 8 फ्लाइट प्रति घंटा की है। एयरपोर्ट की अंतरिम पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग 3600 वर्ग मीटर में बनी है। इतना ही नहीं इसकी पीक आवर पैसेंजर क्षमता 300 यात्री प्रति घंटा की है।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 589 एकड़ में 260 करोड़ रुपए की लागत से बना है। इसका उद्घाटन होने के साथ ही पर्यटन विकास, निवेश और रोजगार का बड़स प्लेटफॉर्म मिल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट को उद्घाटन करते हुए इसे दशकों की आशाओं और आकांक्षाओं का परिणाम बताया। बता दें कि अयोध्या राम मंदिर की तरह इस एयरपोर्ट को लेकर बीते 26 वर्षों से राजनीति होती आ रही थी। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट का उद्घाटन कर इस राजनीति का भी अंत कर दिया। इससे पूर्वांचल के समग्र विकास को एक नई दिशा मिल गई है।
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशीनगर के माध्यम से प्रदेश को तीसरे इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सौगात दी है। बता दें कि कुशीनगर में एयरपोर्ट की नींव ब्रितानी हुकूमत में ही पड़ गई थी, जो अब जाकर पूरी हुई। यहां के सामरिक महत्व को देखते हुए ब्रितानी हुकूमत ने वर्ष 1945-46 में हवाई पट्टी का निर्माण कराया था। लेकिन 90 के दशक में इस पर राजनीति शुरू हो गई। तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 5 सितंबर, 1995 में हवाई पट्टी के जीर्वोद्धार कार्य का शिलान्यास किया। इसके अगले महीने ही ककांग्रेस सरकार में तत्कालीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री रहे गुलाम नबी आजाद ने 10 अक्टूबर, 1995 को टर्मिनल का शिलान्यास किया। तीन वर्षों में टर्मिनल बिल्डिंग बनकर तैयार भी हो गई। इसमें दो राडार भी लगे।
वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का एलान किया। उनकी सरकार की तरफ से मार्च 2010 को जमीन अधिग्रहण का अध्यदेश भी जारी किया गया, लेकिन यह हवा हवाई ही रहा। सपा सरकार आने पर वर्ष 2013 में हवाई अड्डे के निर्माण के लिए निविदा आमंत्रित की गई, लेकिन कानून व्यवस्था की हालत को देखते हुए कोई सामने नहीं आया। इसके बाद वर्ष 2014 में सपा सरकार ने 163 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया। वहीं मई, 2015 में जमीन का एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया को सौंप दी गई। इसके बाद वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद कशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के काम को पंख लग गए और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन भी कर दिया।
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