नई दिल्ली: इस्लाम के नाम पर आतंक का परचम लहराने वाले आतंकी संगठन दहशत का चाहे जो माहौल बना लें, पर इंसानियत को नहीं मार सकते। यही वजह है कि डर के साये में जीने वाले लोग भी एक न एक दिन ऐसे आतंकियों के खिलाफ खड़े हो जाते हैं। इस्लाम के नाम पर तालिबान में जो खूनी खेल खेला जा रहा है, यह कितना वाजिब है यह इस्लामिक विशेषज्ञ ही बता सकते हैं, लेकिन आज वह जो कुछ हो रहा है, उसे किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराया जा सकता। फिलहाल यहां आतंकियों के बुरे दिन की शुरुआत हो गई है। काबूल एयरपोर्ट ब्लास्ट में अपने 13 सैनिकों को खोने के बाद अमेरिका हरकत में आ गया है। अमेरिका ने 48 घंटे के अंदर इस आतंकी कृत्य का बदला लेते हुए कई इस्लामिक स्टेट (आईएस) ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किया है। इस हमले में जहां कई आएस आतंकी मारे गए हैं, वहीं काबुल ब्लास्ट का साजिशकर्ता भी ढेर कर दिया गया है।
बता दें कि काबुल एयरपोर्ट पर हुए आत्मघाती हमले में सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी। इसमें अमेरिका के 13 सैनिक भी शहीद हुए थे। अपने सैनिक खोने के बाद अमेरिका कहां चुप बैठने वाला था। सबको लगने लगा था कि अमेरिका इसका बदला लेगा, लेकिन इतना जल्द लेगा इसका किसी को अंदाजा नहीं था। अमेरिका ने आईएस आतंकियों पर एयर स्ट्राइक करते हुए हमले के साजिशकर्ता सहित कई आतंकियों को ढेर कर दिया है।
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खबरों के मुताबिक अमेरिका ने मानवरहित विमान के जरिए आईएस के ठिकानों पर बमबारी करके उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया है। यूएस सेंट्रल कमांड के एक प्रवक्ता के मुताबिक यह मानवराहित हवाई हमला अफगनिस्तान के नंगहर प्रांत में किया गया है। उन्होंने बताया कि शुरुआती संकेत के मुताबिक बिना किसी नागरिक के नुकसान के काबुल ब्लास्ट के साजिशकर्ता सहित अन्य आईएस आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। बता दें कि हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि काबुल ब्लास्ट का बदला जरूर लेंगे और ढूंढकर हमले के साजिशकर्ता को मारेंगे। व्हाइट हाउस मेंं उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा था कि हम इस हमले को न भूलेंगे और दोषियों को न माफ करेंगे। ढूंढकर आतंकियों को मार गिराएंगे।
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