Bahraich Violence: बहराइच हिंसा में उत्तर प्रदेश की नाकारा पुलिस की भूमिका एक बार फिर उजागर हुई है। बहराइच पुलिस अगर सक्रिय रही होती तो शायद इतनी बड़ी घटना को घटित होने से रोका जा सकता था। पुलिस की मौजूदगी में इतनी बड़ी हिंसा ने योगी सरकार के चुस्त प्रशासन के दावों की पोल खोल के रख दी है। इस हिंसा में बेटे रामगोपाल मिश्र की मौत के बाद कैलाश नाथ का परिवार उजड़ गया है। मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्र के परिवार से मुलाकात की। इस बीच, पीड़ित परिवार लखनऊ पहुंचा, जहां मृतक के पिता कैलाश नाथ ने कहा कि उनके बेटे की निर्मम हत्या ने उनके पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की।
कैलाश नाथ ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा दर्द सुनने वाला कोई नहीं है। हमारे बेटे को गोली मारकर हत्या की गई है। हम चाहते हैं कि उन लोगों को भी सजा मिले जिन्होंने हमारे परिवार को इस स्थिति में पहुंचाया है। सीएम योगी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार से पूरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ब्रजेश पाठक बोले- साजिशकर्ता बचेंगे नहीं
बहराइच की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और घटना की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई साजिश हुई है, तो इसके पीछे वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पाठक ने लापरवाह पुलिस अधिकारियों की भी जांच की बात की और कहा, “हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं। सपा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सपा के डीएनए में दंगा-फसाद है। हमारी प्राथमिकता राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवार को अपार दुःख दिया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में तनाव और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। राज्य सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है, जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।
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मस्जिदों में आज भी माइक से होते हैं अजान
मुस्लिम समाज का एक वर्ग है ऐसा है जो कानून को चुनौती देने में अपनी शान समझता है। शायद यही वजह है मुस्लिम समाज का जितना बड़ा नेता होता है वह कानून और समाज के लिए उतनी बड़ी चुनौती होता है। असदुद्दीन ओवैसी संसद में फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे लगाता तो वहीं आजम खान जैसे नेता भारत माता को डायन बता चुके हैं। सपा नेता अबु आजमी का बयान और मानसिकता जगजाहिर है। उत्तर प्रदेश में मस्जिदों पर बाइक से अजान पर रोक के बावजूद नाकारा प्रशासन तंत्र के चलते तमाम मस्जिदों में बाइक से अजान का क्रम जारी है। जिस सरकार में प्रशासन इतना भ्रष्ट और नाकारा हो जो सरकार और कोर्ट के आदेश का पालन न करा सके उस राज्य की स्थिति क्या होगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। चुस्त प्रशासन का दंभ भरने वाली योगी सरकार को समझना होगा कि आंख मूंद लेने से रात नहीं हो जाती बल्कि वास्तविकता दिखना बंद हो जाता है।
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