बरेली: भ्रष्टाचार समेत अन्य कई आरोपों में घिरी नवाबगंज नगरपालिका की अध्यक्ष शहला ताहिर को राज्यपाल ने बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। भाजपा नेता और नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन रविन्द्र सिंह राठौर के भाई नीरेंद्र राठौर की शिकायत पर शहला ताहिर पर ये कार्रवाई हुई है। शहला ताहिर का अभी 6 माह का कार्यकाल बचा हुआ है। बगैर ईओ के चेक के जरिए निकाली 47 लाख की रकम का शहला ताहिर हिसाब नहीं दे सकीं। शहला ने 47 लाख से कर्मचारियों के मानदेय के भुगतान का दावा किया। जो जांच में झूठा निकाला। भाजपा नेता नीरेंद्र राठौर ने 47 लाख की गबन के आरोप लगाए थे।
भाजपा नेता नीरेंद्र सिंह राठौर ने 2018 में शहला ताहिर पर भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाते हुए शासन से शिकायत की थी जिस पर उनके वित्तीय अधिकार सीज कर दिए गए थे। हाईकोर्ट से स्टे मिलने के बाद शहला ताहिर को राहत मिल गई थी। बाद में फिर उनकी शिकायत हुई थी जिस पर उनसे जवाब मांगा गया था लेकिन संतोषजनक जवाब न देने के कारण उन पर कार्रवाई हो गई।
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नवाबगंज में शहला ताहिर और रविन्द्र सिंह की अदावत किसी से छिपी नहीं है। शहला ताहिर ने सपा सरकार में अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए भाजपा नेता रविन्द्र सिंह राठौर पर एक ही दिन में 32 एफआईआर दर्ज कराई थी। शहला ताहिर समाजवादी पार्टी की कद्दावर नेता रही है लेकिन यादव परिवार में झगड़े के बाद वो प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ चली गई, नगर पालिका का चुनाव उन्होंने बसपा से लड़ा था और जीत हासिल की थी।
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