लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन में महिलाओं की सामाजिक व आर्थिक स्थिति के उन्नयन हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में दीन दयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों का गठन कर महिलाओं की आर्थिक समृद्धि व आत्मनिर्भरता के लिए नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। आज सांझा उत्सव के माध्यम से महिलाओं को एक ऐसा मंच मिला है, जहां पर उनके हुनर को व्यापक स्तर पर पहचान व सम्मान मिलेगा। उक्त बातें प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सांझा उत्सव 2025 के उद्धाटन के दौरान कहीं।


अपने संबोधन में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए स्वयं सहायता समूह के उत्पादों को एक प्लेटफार्म प्रदान किया गया है। मेले का आयोजन बहुत व्यवस्थति ढंग से हुआ है। इसमें पीएम स्वनिधि के स्ट्रीट वेंडर्स के भी स्टॉल लगाए गए हैं। उप मुख्यमंत्री ने लखनऊ के निवासियों से अपील करते हुए कहा कि मेले में आकर ज्यादा से ज्यादा हस्तशिल्प उत्पादों की खरीदारी कर विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में सहयोग करें।
आपको बता दें कि आज दिनांक 2 जनवरी 2025 को लक्ष्मण मेला मैदान में पांच दिवसीय सांझा उत्सव मेला का उद्धाटन उप मुख्यमंत्री ने फीता काटकर किया। मेला 2 जनवरी से प्रारंभ होकर 6 जनवरी 2025 तक चलेगा। उद्घाटन कार्यक्रम में सहायक निदेशक सूडा मती मोनिका वर्मा, परियोजना अधिकारी डूडा लखनऊ, मुख्य विकास अधिकारी लखनऊ, सूडा व डूडा लखनऊ के अधिकारी व कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में प्रदेश भर से आए स्वयं सहायता समूह के सदस्य उपस्थित रहे।
लक्ष्मण मेला मैदान में पांच दिवसीय सांझा उत्सव मेला का उद्धाटन करने पहुंचे माननीय उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जी ने मेले में स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए विभिन्न स्टाल पर जाकर महिलाओं से संवाद किया तथा उनके द्वारा तैयार किए उत्पादों के विषय जानकारी हासिल की। इसी क्रम में मेले में पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों द्वारा विभिन्न फूड स्टालस लगाए गए हैं। माननीय उप मुख्यमंत्री जी द्वारा इन स्टाल पर जाकर वेंडर्स से वार्ता भी की गई।


डूडा लखनऊ द्वारा आयोजित सांझा उत्सव मेला में प्रदेश के समस्त जनपदों से आए स्वयं सहायता समूहों के सौ से अधिक स्टाल लगाए गए हैं। जिनमें एसएचजी द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पाद यथा चिकनकारी के उत्पाद, सौन्दर्य प्रसाधन की सामग्री, वेस्ट मैटीरियल से तैयार की गई सजावटी सामग्री, आर्टीफिशयल ज्वैलरी, जरदोजी हैंडलूम, बच्चों के लिए खिलौने, पापड़, अचार आदि प्रदर्शन व बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। इस मेले में मिलने वाले सारे प्रोडेक्ट स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित किए गए हैं। यह इस मेले की विशेषता है। आपको बता दें कि राज्य नगरीय विकास अभिकरण सूडा द्वारा संचालित योजना डे-एनयूएलएम के अंतर्गत इन सभी एसएचजी को गठित किया गया है। इन स्वयं सहायता समूहों ने महिलाओं की सामाजिक व आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने का कार्य किया है। मेले बच्चों के मनोरंजन के लिए झूलों की व्यस्था है तो वहीं दूसरी ओर प्रतिदिन शाम को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

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