Tech News in Hindi: सोशल मीडिया (social media platform in india) की बढ़ती दखलंदाजी ने सरकार के साथ-साथ संवैधानिक संस्थाओं के सामने भी चुनौती खड़ी कर दी है (Tech News in Hindi)। ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों (social media platform in india) पर अंकुश लगाने की कवायद भी काफी तेज हो गई है (Tech News in Hindi)। चर्चा है कि भारत सरकार जल्द ही मैसेजिंग ऐप (Tech News in Hindi) जैसे (whatsapp for websites) व्हाट्सऐप, टेलीग्राम, सिग्नल और अन्य पर सख्त नियम बनाने की तैयारी कर रही है।

जानकारी के मुताबिक दूरसंचार विभाग (DoT) ने इस नियम को लेकर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) से कंसल्टेशन प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा है (Tech News in Hindi)। बता दें कि वर्ष 2018 में भी ट्राई मैसेजिंग ऐप ऐप्स (whatsapp for websites) के नियम बनाने के मामले में कंसल्टेशन प्रक्रिया को शुरू किया था।

TheHinduBusinessLine की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दूरसंचार विभाग सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) से भी राय के लिए संपर्क स्थापित कर रहा है। गौरतलब है कि भारत में तेजी से विकसित हो रहे डिजिटलिकरण में बढ़ती जटिलताओं के चलते डीओटी मैसेजिंग ऐप्स के लिए एक नियम बनाया जा रहा है, जिससे इन ऐप्स के जरिये (whatsapp for websites) भ्रमित और गुमराह करने वाले मैसेजों पर अंकुश लगाया जा सके।

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टेलीकॉम कंपनियां भी चाहती हैं लगे अंकुश

सोशल मीडिया (social media platform in india) पर उठते सवालों को देखते हुए टेलीकॉम ऑपरेटर्स भी चाहते हैं कि मैसेजिंग ऐप्स को रेगुलेशन के तहत लाया जाए। दूरसंचार कंपनियों ने स्वतंत्रता के बारे में कई बार शिकायत की है। कंपनियों का मानना है कि (whatsapp for websites) व्हाट्सऐप, टेलीग्राम और सिग्नल जैसे ऐप अपने यूजर्स को कॉल करने और किसी भी नियम का पालन किए बिना टेक्स्ट और मीडिया भेजने की अनुमति प्रदान करते हैं।

ज्ञात हो कि दूरसंचार कंपनियों के पास नियमों का एक पूरा सेट होता है, अगर वो उसका पालन नहीं करते हैं तो इसके लिए उन्हें जुर्माना/दंड देना होता है। ऐसे में व्हाट्सऐप, टेलीग्राम और सिग्नल जैसे ऐप्स को लेकर अगर कोई नियम बना, तो सरकार इन पर भेजे जा रहे मैसेज पर नजर रख सकेगी। हालांकि माना जा रहा है कि इससे जहां निजता का हनन होगा, वहीं सोशल प्लेटफार्मों का दुरुपयोग रुक जाएगा।

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