UP Nikay Chunav: यूपी निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav) के बीच पार्टी के बागी नेताओं पर बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) एक्शन जारी है। पार्टी नीतियों के खिलाफ जाने वालों पर मायावती (Mayawati) ने पुराना रुख अख्तियार करते हुए ऐसे नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं। बस्ती से राजकिशोर सिंह व उनके भाई बृजकिशोर सिंह को पार्टी से निकालने के बाद अब नौतनवां से पूर्व विधायक अमनमणि त्रिपाठी (Amanmani Tripathi) को भी बसपा (BSP) से निष्कासित कर दिया गया है।
बता दें कि यूपी निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav) संपन्न होने के बाद लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) की तैयारी शुरू हो जाएगी। ऐसे में निकाय चुनाव में ही लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) का अक्स छिपा हुआ है। मायावती यह नहीं चाहती कि आने वाले दिनों में बागी नेता उनके लिए चुनौती बने। महाराजगंज जिला अध्यक्ष ने अमनमणि त्रिपाठी को पार्टी से निकाले जाने की पुष्टि करते हुए लेटर जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि अमनमणि त्रिपाठी को पार्टी और पार्टी की सभी गतिविधियों से निष्कासित किया जा रहा है।
बसपा के महराजगंज जिला अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार राव ने गत रात पत्र जारी करते हुए अमनमणि त्रिपाठी के निष्कासन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अमनमणि त्रिपाठी के खिलाफ अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने की शिकायतें मिलीं। इस संबंध में उन्हें पहले चेतावनी दी जा चुकी थी। लेकिन उनकी कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ, जिसके चलते उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
गौरतलब है कि अमनमणि त्रिपाठी को इससे पहले समाजवादी पार्टी ने वर्ष 2017 में बाहर का रास्ता दिखाया था। हालांकि वह निर्दलीय सपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर गए और जीत भी हासिल की। महराजगंज जनपद के नौतनवां सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने पिछले चुनाव में बसपा का दामन थाम लिया था। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में वह बसपा से मैदान में उतरे, लेकिन बीजेपी प्रत्याशी के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी भी पिता की तरह चर्चा में बने रहते हैं। मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में अमरमणि त्रिपाठी अभी जेल की सजा काट रहे हैं। वहीं उनके बेटे अमनमणि त्रिपाठी पर भी अपनी पहली पत्नी की हत्या करने का आरोप है।