प्रकाश सिंह

जालौन: यूपी विधासभा चुनाव के चौथे चरण में यानी 20 फरवरी को झांसी मंडल के जालौन की तीनों विधानसभा सीटों 219- माधोगढ़, 220- कालपी और 221- उरई में मतदान संपन्न हो चुका है। बीहड़ का यह क्षेत्र अकूत प्रा​कृतिक संपदा से परिपूर्ण है, बावजूद इसके यह जातिगत जटिलता से जकड़ा हुआ है। यह क्षेत्र कभी क्षत्रिय के वर्चस्व का शिकार बना तो कभी दस्यु सुंदरी फूलन देवी के खौफ का दंश भी झेला। कालपी विधानसभा सीट के बेहमई नरसंहार के चार दशक बाद भी क्षत्रिय और निषाद बिरादरी के बीच खाई बनी हुई है। वर्ष 2017 में मोदी नाम की आंधी में यहां का जातीय समीकरण तोड़ते हुए बीजेपी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार यहां कमल खिलाना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है। यहां की सीटों पर सपा और कांग्रेस बीजेपी को कड़ी टक्कर देती दिख रही हैं। हालांकि 10 मार्च को चुनाव नतीजे आने के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी।

219- माधोगढ़ विधानसभा

जालौन जनपद की माधौगढ़ विधानसभा सीट काफी अहम माना जाता है। इस सीट का अधिकांश इलाका बीहड़ से जुड़ा हुआ है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी मूलचंद्र सिंह यहां से चुनाव में जीत दर्ज की थी। माधौगढ़ सामान्य सीट है और यह क्षेत्र देसी घी को लेकर काफी प्रसिद्ध भी है। बीजेपी से मूलचंद्र सिंह, समाजवादी पार्टी से राघवेंद्र सिंह भदौरिया, बसपा से शीतला कुशवाहा और कांग्रेस से सिद्धार्थ दिवोलिया का भग्य ईवीएम में कैद हो गया है। चुनावी रणनीतिकारों का मानें तो यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी, सपा और बसपा के बीच है। इस सीट पर जाटव की संख्या सबसे ज्यादा है, फिर भी जीत-हार का समीकरण ब्राह्मण और ठाकुर तय करते हैं। इस बार कांग्रेस के शिवदास बीजेपी के परंपरागत ब्राह्मणों के वोटों में सेंधमारी करते हुए देखे जा रहे हैं।

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सियासी इतिहास

1996 के चुनाव में बीजेपी के संतराम सिंह ने जीत हासिल की थी।
2002 के चुनाव में बसपा के ब्रजेंद्र प्रताप सिंह जीते थे।
2007 के चुनाव में बसपा से हरिओम ने जीत दर्ज की थी।
2012 के चुनाव में बसपा से संतराम माधौगढ़ से विधायक चुने गए।
2017 के चुनाव में बीजेपी से मूलचंद्र सिंह ने जीत हासिल की थी।

मतदाता

महिला मतदाता- 193125
पुरुष मतदाता- 237686
कुल मतदाता- 430828

220- कालपी विधानसभा

कालपी विधानसभा सीट पर चतुष्कोणीय मुकाबला होता नजर आ रहा है। इस सीट पर ठाकुरों का वर्चस्च रहा है तो वहीं शेखपुर गुढ़ा दस्यु सुंदरी फूलन देवी का गांव है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी की जीत हुई थी। कालपी में कुल 46.22 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी कुंवर नरेंद्र पाल सिंह ने बहुजन समाज पार्टी के छोटे सिंह को 51484 वोटों से पराजित किया था। वर्ष 1952 और 1957 के विधानसभा चुनाव के बाद कालपी सीट अस्तित्व में आया। वर्ष 1962 में इस विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया।

कांग्रेस ने यहां से उमाकांति सिंह को प्रत्याशी बनाया है। उमाकांति सिंह वर्ष 2012 में यहां से विधायक चुनीं जा चुकी हैं। वहीं बसपा ने श्याम सिंह पाल, बसपा ने विनोद चतुर्वेदी तथा बीजेपी और सहयोगी दल निषाद पार्टी की तरफ से छोटे सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया गया है। यहां ब्राह्मण में विनोद चतुर्वेदी का चेहरा बड़ा माना जाता है। यहां जीत-हार के लिए जातीय समीकरण काफी मायने रखता है।

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सियासी इतिहास

1996 के चुनाव में बसपा के उम्मीदवार श्रीराम ने जीत हासिल की थी।
2002 के चुनाव में बीजेपी के अरुण कुमार मेहरोत्रा यहां से जीत दर्ज की।
2007 के चुनाव में बसपा से छोटे सिंह यहां से विधायक चुने गए।
2012 के चुनाव में कांग्रेस से उमाकांति ने जीत हासिल की।
2017 के चुनाव में बीजेपी से कुंवर नरेंद्र पाल सिंह विधायक चुने गए।

मतदाता

कुल मतदाता- 3,77,546
पुरुष मतदाता- 2,23,230
महिला मतदाता-1,77,500

221- उरई विधानसभा

उरई (सुरक्षित) विधानसभा सीट क्षेत्रफल के लिहाज से काफी बड़ा है। वर्ष 2017 के चुनाव में यहां से बीजेपी प्रत्याशी गौरीशंकर वर्मा ने जीत दर्ज किया था। इस बार यहां भाजपा और सपा में कांटे की टक्कर देखी जा रही है। भाजपा ने जहां मौजूदा विधायक गौरीशंकर वर्मा को मैदान में उतारा है तो वहीं सपा ने दयाशंकर वर्मा, बसपा ने सतेंद्र सिंह और कांग्रेस ने रिटायर्ड पीसीएस अधिकारी उर्मिला सोनकर को प्रत्याशी बनाया है। यहां कोरी वोटरों की अच्छा तादाद है। बसपा को यहां से अपने परंपरागत वोटर रहे जाटव पर पूरा यकीन है। कांग्रेस प्रत्याशी उर्मिला सोनकर के पति बृजलाल खाबरी की गिनती कभी बसपा के दिग्गज नेताओं में होती थी। ऐसे में उर्मिला सोनकर बसपा को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर ऐसा होता है तो यहां मुख्य मुकाबला सपा-भाजपा में रह जाएगा।

सियासी इतिहास

1996 के चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार बाबू राम ने जीत हासिल की।
2002 के चुनाव में बीजेपी के बाबू राम एम. कॉम यहां से जीते।
2007 के चुनाव में कांग्रेस से विनोद चतुर्वेदी विधायक चुने गए।
2012 के चुनाव में सपा से दयाशंकर विधायक चुने गए।
2017 चुनाव में बीजेपी से गौरी शंकर ने जीत हासिल की।

मतदाता

कुल मतदाता- 4,81,302
पुरुष मतदाता- 2,61,272
महिला मतदाता- 2,20,021

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