ललितपुर: ललितपुर जिले की 226 ललितपुर और 227 महरौनी दोनों विधानसभा सीटों पर बसपा का वर्चस्व रहा है, लेकिन वर्ष 2017 के चुनाव में ये दोनों सीटें बीजेपी के खाते में आ गईं। इस बार भी बीजेपी दोनों सीटों पर काफी मजबूत नजर आ रही है। जानकारों की मानें तो दोनों सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला है। ललितपुर जिले की बेरोजगारी, पलायन, गरीबी के साथ पानी की समस्या मुख्य है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत महीनों ललितपुर को भवानी बांध की सौगात दी है। ललितपुर जिले की दोनों विधानसभा सीटों पर तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान हो चुके हैं, जिसके नतीजे 10 मार्च को आएंगे। भाजपा इस बार भी रामरतन कुशवाहा पर भरोसा जताते हुए एक बार फिर मैदान में उतारा है, जबकि सपा से रमेश कुशवाहा उनके खिलाफ मैदान में है। ऐसे में दोनों प्रमुख दलों ने एक बिरादरी से प्रत्याशी उतारकर वोटों का विभाजन कर दिया है।
226- ललितपुर विधानसभा सीट (Lalitpur seat)
ललितपुर जिले के ललितपुर सीट (Lalitpur seat) पर वर्तमान में बीजेपी का कब्जा है। वर्ष 2017 के चुनाव में ललितपुर में कुल 49.38 प्रतिशत वोट पड़े थे। भारतीय जनता पार्टी से रामरतन कुशवाहा ने सपा उम्मीदवार ज्योति सिंह को 68255 वोटों के अंतर से हराया था। झांसी मंडल के अंतर्गत आने वाली ललितपुर क्षेत्र से भाजपा के अनुराग शर्मा सांसद हैं। ललितपुर सीट पर दलित और कुशवाहा की संख्या सबसे ज्यादा है। ये दोनों बिरादरी जिसकी मदद कर दें उसकी जीत तय मानी जाती है। हालांकि इस सीट से सपा आज तक चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सकी है।
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सियासी इतिहास
वर्ष 1996 के चुनाव में भाजपा के अरविंद कुमार जैन विधायक चुने गए थे।
वर्ष 2002 के चुनाव में कांग्रेस के बीरेंद्र सिंह बूंद भगतराज ने जीत दर्ज की थी।
वर्ष 2007 के चुनाव में बसपा के इंजीनियर नाथू राम कुशवाहा विधायक चुने गए।
वर्ष 2012 के चुनाव में बसपा के रमेश प्रसाद कुशवाहा ने जीत हासिल की।
वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा से रामरतन कुशवाहा ने जीत हासिल की।
मतदाता
कुल मतदाता- 390258
पुरुष मतदाता- 207402
महिला मतदाता- 182856
जातीय आंकड़ा
कुशवाहा- 62 हजार
अहिरवार- 57 हजार
वंशकार- 20 हजार
हरिजन- 20 हजार
227- महरौनी विधानसभा सीट (Mehrauni seat)
ललितपुर जिले की महरौनी आरक्षित सीट (Mehrauni seat) पर भी लड़ाई त्रिकोणीय दिखाई दे रहा है। भाजपा ने वर्ष 2017 में जीत दर्ज करने वाले भाजपा ने राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ पर एक बार फिर विश्वास जताते हुए चुनाव लड़ाया है। उनके खिलाफ बसपा से किरन खटीक और सपा से रामविलास रजक चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस से पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी भी मैदान में हैं। इस सीट पर अहिरवार समाज से सबसे ज्यादा वोटर हैं। अहिरवार समाज यहां निर्णायक की भूमिका में है यही वजह है कि सभी इस समाज को अपने पाले में लाने की खूब मेहनत किए हैं। वर्ष 2017 के चुनाव में यहां कुल 51.76 वोट पड़े थे। बीजेपी प्रत्याशी मनोहर लाल ने बसपा प्रत्याशी फरहाल लाल को 99564 वोटों से हराया था। इस सीट पर लंबे समय तक बसपा और सपा का कब्जा रहा है।
सियासी इतिहास
1996- पूरण सिंह बुंदेला (कांग्रेस)
2002- पूरण सिंह बुंदेला (कांग्रेस)
2007-पंडित राम कुमार तिवारी (बसपा)
2012- चुनाव में फेरनलाल अहिरवार (बसपा)
2017- मनोहर लाल (भाजपा)
मतदाता
कुल मतदाता- 363660
पुरुष मतदाता- 191579
महिला मतदाता- 172081
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