प्रकाश सिंह
लखनऊ: अपने हर फैसले से चौंकाने वाली भारतीय जनता पार्टी अब उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर लोगों की उत्सुकता को बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर कयासबाजी तेज हो गई है। वहीं पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का नाम तय कर लिया गया है, बस एलान होना बाकी है। हालांकि किस नाम पर मोहर लगी है, इसकी सही जानकारी किसी के पास नहीं है। कयासों के आधार पर कुछ नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। सूत्रों की मानें तो बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए बीते तीन महीनों में दर्जन भर से ज्यादा नाम आ चुके हैं।
इन नामों में केंद्र व राज्य सरकार के मंत्रियों समेत कई सांसदों व अन्य दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं। इन सब नामों से इतर एक उप मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा तेज हो गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा नए अध्यक्ष के नाम को लेकर एकबार फिर सबको चौंकाने जा रही है। बता दें कि प्रदेश में योगी सरकार की दोबारा वापसी के बाद से प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई थीं। गौरतलब है कि भाजपा में एक व्यक्ति एक पद की परंपरा चली आ रही है। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह अब सरकार का हिस्सा हो चुके हैं। योगी सरकार में उन्हें जलशक्ति मंत्री बनाया गया है।
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स्वतंत्रदेव सिंह का बतौर प्रदेश अध्यक्ष तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। ऐसे में नया प्रदेश अध्यक्ष चुना जाना तय है। लेकिन पार्टी मिशन 2024 के तहत किस चेहरे पर बड़ा दांव लगाएगी, इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। नये समीकरण को देखते हुए पार्टी में भी असमंजस की स्थिति बनी है। बीजेपी ने जहां द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर पार्टी के सबका साथ सबका विकास ध्येय को पूरा करने का संदेश दिया है, वहीं प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश घटिक ने दलित व पिछड़ों की उपेक्षा का आरोप लगाकर पार्टी की किरकिरी करा दी है।
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