Umesh Pal Murder: प्रयागराज में दिन दहाड़े राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal murder case) के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या (Umesh Pal Murder) ने यूपी की कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी हैं। मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में कितना आक्रोश है, उसे शनिवार को सबने देखा। वहीं पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) को अंजाम देने वाले तीनों शूटर की पहचान कर ली है। इन तीनों शूटर का भी स्कैच जारी कर दिया गया है। इन शूटरों में अतीक अहमद (Atik Ahmed) का बड़ा बेटा असद (Asad Ahmed) भी शामिल है। उसके दो साथी अरमान, गुड्डू के भी स्कैच जारी किए गए हैं। सीसीटीवी फुटेज में गुड्डू झोले से बम निकालकर फेंकते देखा जा रहा है। जबकि अरमान पिस्टल निकालकर फायरिंग कर रहा है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने वारदात में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल रहे अन्य लोगों की भी पहचान कर ली है।
सूत्रों के मुताबिक घटना की साजिश में शामिल लोगों में पहला नाम जेल में बंद माफिया अतीक अहमद (Atik Ahmed) का है। जबकि अन्य में उसके दोनों बेटे समेत कई लोगों के नाम शामिल हैं। पुलिस के अनुसार घटना को अंजाम देने के लिए कोई बड़ी प्लानिंग नहीं हुई थी। बल्कि इसे दस दिन पहले ही अतीक अहमद ने अपने बड़े बेटे अशद को इसकी जिम्मेदारी सौंपी थी। इतना ही नहीं इस काम में असद की मदद करने वालों के नाम भी खुद अतीक ने सुझाए थे। अतीक अहमद ने हर हाल में घटना को अंजाम देने के निर्देश दिए थे। इसके लिए पेशेवर लोगों से उमेश पाल की रैकी कराई गई।
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ऐसे फाइनल हुई वारदात की जगह
पुलिस के मुताबिक, घटना को अंजाम देने से पहले बदमाश करीब दस दिन से उमेश पाल की रैकी कर रहे थे। पहले उमेश पाल की हत्या प्लान कोर्ट के बाहर ही करने का था, लेकिन वहां पुलिस की मुस्तैदी को देखते हुए उसे कैंसिल किया गया। इसके बाद कई और जगहों पर वारदात की योजना बनी, आखिर में तय हुआ कि उमेश के घर के बाहर ही सबसे सुरक्षित जगह है। बताया जा रहा है कि अतीक अहमद की रजामंदी के बाद उमेश पाल की हत्या उसके घर के पास की गई।
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