Kahani: मनुष्य की आदतें उसकी असलियत बता देती हैं

Kahani: राजा के दरबार में एक आदमी नौकरी मांगने के लिए आया। उससे उसकी क़ाबलियत पूछी गई। तो वो बोला, मैं आदमी हो, चाहे जानवर, शक्ल देख कर उसके बारे…

Kahani: मनुष्य का प्रारब्ध ही उसका भाग्य होता है

Kahani: एक व्यक्ति ने नारदमुनि से पूछा, नारदजी आप तो परम् ज्ञानी है कृपया बताएं मेरे भाग्य में कितना धन है। नारदमुनि ने कहा- वत्स यह मैं भगवान विष्णु से…

Kahani: शरारती लड़के को जुलाहे की सीख

Kahani: एक नगर में एक जुलाहा रहता था। वह स्वभाव से अत्यंत शांत, नम्र तथा मिलनसार था। उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था। एक बार कुछ लड़कों को…

Kahani: मैं से बचो

Kahani: एक राजा था उसने परमात्मा को खोजना चाहा। वह किसी आश्रम में गया। उस आश्रम के प्रधान साधु महाराज ने कहा- जो कुछ तुम्हारे पास है, उसे छोड़ दो।…

Kahani: सच्चा प्रेम

Kahani: भाभी आपकी पिंक वाली साड़ी चाहिए, मेरी फ्रेंड की शादी है। राधिका की ननद साक्षी ने राधिका से कहा तो राधिका बोली- इसमें पूछने की क्या बात है! अलमारी…

Kahani: सफलता पाने के लिए बुरी परिस्थिति का रोना न रोएं

Kahani: सफलता की कुंजी एक ऐसा चिराग है, जिसे हर कोई पाना चाहता है। लेकिन इसके लिए मेहनत, परिश्रम, धैर्य, बल, आत्मविश्वास, जैसी कई चीजें व्यक्ति में होनी चाहिए। सफलता…

Kahani: चार ढेरियां रेत की

Kahani: एक राजा था, उसके कोई पुत्र नहीं था। राजा बहुत दिनों से पुत्र की प्राप्ति के लिए आशा लगाए बैठा था, लेकिन पुत्र की प्राप्ति नहीं हुई। उसके सलाहकारों…

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