Kahani: संतान के लिए अपमान भी मंजूर
Kahani: एक धनवान व्यक्ति था। उसके कई सारे मित्र थे, उसमें एक मित्र तो बहुत अधिक निर्धन था। एक दिन धनवान व्यक्ति ने अपने जन्मदिवस पर सभी मित्रों को अपने…
Kahani: एक धनवान व्यक्ति था। उसके कई सारे मित्र थे, उसमें एक मित्र तो बहुत अधिक निर्धन था। एक दिन धनवान व्यक्ति ने अपने जन्मदिवस पर सभी मित्रों को अपने…
Kahani: एक भिखारी था। उसने सम्राट होने के लिए कमर कसी। चौराहे पर अपनी फटी-पुरानी चादर बिछा दी, अपनी हाँडी रख दी और सुबह-दोपहर-शाम भीख माँगना शुरू कर दिया, क्योंकि…
Pauranik Katha: पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार सत्राजित ने भगवान सूर्य की उपासना की, जिससे प्रसन्न होकर उन्होंने अपनी स्यमन्तक नाम की मणि उसे दे दी। एक दिन जब…
Pauranik Katha: एक बार एक किसान जंगल में लकड़ी बीनने गया, तो उसने एक अद्भुत बात देखी। एक लोमड़ी के दो पैर नहीं थे, फिर भी वह खुशी-खुशी घसीट कर…
Pauranik Katha: त्रिपुरासुर तारकासुर के पुत्र थे, जो असुर राज बलि की कृपा प्राप्त कर के भयंकर असुर बन गये थे। महाभारत के कर्णपर्व में त्रिपुरासुर के वध की कथा…
Pauranik Katha: भगवान शिव ने जिस धनुष को बनाया था उसकी टंकार मात्र से ही बादल फट जाते थे, पर्वत हिलने लगते थे। ऐसा लगता था, मानो भूकंप आ गया…
Pauranik Katha: कथा का आरंभ तब का है, जब बाली को ब्रम्हा जी से ये वरदान प्राप्त हुआ कि जो भी उससे युद्ध करने उसके सामने आएगा, उसकी आधी ताक़त…
Pauranik Katha: भगवान शिव और सती का अद्भुत प्रेम शास्त्रों में वर्णित है। इसका प्रमाण है सती के यज्ञ कुण्ड में कूदकर आत्मदाह करना और सती के शव को उठाए…
Kahani: एक बार एक पंडित ने एक दुकानदार के पास पांच सौ रुपये रख दिए। उन्होंने सोचा कि जब मेरी बेटी की शादी होगी तो मैं ये पैसा ले लूंगा।…
Kahani: पुराने जमाने में एक राजा हुए थे, भर्तृहरि। वे कवि भी थे। उनकी पत्नी अत्यंत रूपवती थी। भर्तृहरि ने स्त्री के सौंदर्य और उसके बिना जीवन के सूनेपन पर…