Kahani: अपने हिस्से का भाग्य
Kahani: एक व्यक्ति एक सेठ की दुकान पर नौकरी करता था। वह बहुत निष्ठा और कर्मठता से अपना काम करता था। उसके काम से सेठ बहुत प्रसन्न था और सेठ…
Kahani: एक व्यक्ति एक सेठ की दुकान पर नौकरी करता था। वह बहुत निष्ठा और कर्मठता से अपना काम करता था। उसके काम से सेठ बहुत प्रसन्न था और सेठ…
Pauranik Katha: वृन्दावन के एक संत की कथा है। वे श्रीकृष्ण की आराधना करते थे। उन्होंने संसार को भूलने की एक युक्ति की। मन को सतत श्रीकृष्ण का स्मरण रहे,…
Kahani: एक गरीब ब्राह्मण अपने खेत में बहुत मेहनत करता था। एक दिन वह थककर एक पेड़ के नीचे आराम कर रहा था तभी उसे एक बिल के अंदर से…
Pauranik Katha: हिडिम्बा पांडव कुल की सबसे पहले बनने वाली वधू बनी थी। लाक्षागृह यानी लाह के बने घर को जब दुर्योधन एवं मामा शकुनि की योजना के अनुसार, जलाया…
Pauranik Katha: पौराणिक मान्यता के अनुसार माँ गंगा पृथ्वी पर आने से पहले स्वर्ग में बहती थी, तो फिर ऐसा क्या हुआ कि गंगा माता को पृथ्वी पर आना पड़ा।…
Kahani: एक सेठ था। वह बर्तनों को किराये पर देता था और उनसे कमाई करता था। एक बार किसी को किराये पर बर्तन दिये। वह व्यक्ति उससे बर्तन ले गया…
Pauranik Katha: एक बार भगवती पार्वती ने भगवान शंकर से कहा, आज किसी भक्त श्रेष्ठ का दर्शन कराने की कृपा करें। भगवान शंकर तत्काल उठ खड़े हुए और कहा– जीवन…
Pauranik Katha: अक्षय पात्र को जानने से पहले अक्षय को समझें। अक्षय का अर्थ होता है, जिसका कभी छय न हो यानी नाश न हो। जो कभी खत्म नहीं किया…
Kahani: एक गरीब व्यक्ति था। वह प्रतिदिन समीप के मंदिर में जाकर वहां साफ-सफाई करता और फिर अपने काम पर चला जाता था। अक्सर वो अपने प्रभू से कहता कि…
Kahani: एक बार एक जिज्ञासु व्यक्ति ने एक संत से प्रश्न किया, महाराज, रंग रूप, बनावट प्रकृति में एक जैसे होते हुए भी कुछ लोग अत्यधिक उन्नति करते हैं। जबकि…