Kavita: गाँव हमारा गाँव के हम हैं

गाँव हमारा गाँव के हम हैं, समृद्ध परिवार बनाना है। हर किसान घर दूध दही हो, संकल्प भाव जगाना है।। गांव हमारा सर्वोत्तम खेती, फ़सल विविधता का प्रबन्ध। प्राकृतिक खेती…

Kahani: परहित का चिंतन

Kahani: एक राजा था जिसे शिल्प कला अत्यंत प्रिय थी। वह मूर्तियों की खोज में देश-परदेश जाया करता था। इस प्रकार राजा ने कई मूर्तियाँ अपने राज महल में लाकर…

Kavita: अभी समय है जागो प्रियजन

आंख खोल कर देखो अब तो, बंग बंधु क्या संदेश दे रहे। कान खुले होते यदि तेरे, देश विभाजन कभी न होता।। अभी समय है जागो प्रियजन, स्वाभिमान कुछ शेष…

Prerak Prasang: प्रारब्ध

Prerak Prasang: एक व्यक्ति हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करता था। धीरे-धीरे वह काफी बुजुर्ग हो चला था इसीलिए एक कमरे में ही पड़ा रहता था। जब भी…

Kahani: मनुष्य की आदतें उसकी असलियत बता देती हैं

Kahani: राजा के दरबार में एक आदमी नौकरी मांगने के लिए आया। उससे उसकी क़ाबलियत पूछी गई। तो वो बोला, मैं आदमी हो, चाहे जानवर, शक्ल देख कर उसके बारे…

शिव उपासना का मूल केन्द्र है भारत

भारत में सावन का महीना शिव उपासना की जलरस भरी मुहूर्त है। शिव सोम प्रेमी हैं। सोम प्रकृति की सृजन शक्ति है। सृजन की यही शक्ति शिव ललाट की दीप्ति…

Tulsi Jayanti special: लोकस्वर में लोक मंगल

Tulsi Jayanti special: गोस्वामी तुलसीदास (Goswami Tulsidas) ने रामभक्ति के द्वारा न केवल अपना ही जीवन कृतार्थ किया वरन सभी को श्रीराम के आदर्शों से बांधने का प्रयास किया। वाल्मीकि…

Pauranik Katha: शिवजी को भूलकर भी न चढ़ाएं केतकी का फूल, जानें क्या है कहानी

Pauranik Katha: शिवपुराण के अनुसार एक बार ब्रह्माजी और भगवान विष्णु में श्रेष्ठ कौन है इसको लेकर बहस हो गई। ब्रह्माजी ने कहा कि उन्होंने संसार की रचना की इसलिए…

Kahani: मनुष्य का प्रारब्ध ही उसका भाग्य होता है

Kahani: एक व्यक्ति ने नारदमुनि से पूछा, नारदजी आप तो परम् ज्ञानी है कृपया बताएं मेरे भाग्य में कितना धन है। नारदमुनि ने कहा- वत्स यह मैं भगवान विष्णु से…

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