Kahani: पाप और पुण्य

Kahani: गांव के बीच शिव मन्दिर में एक संन्यासी रहा करते थे। मंदिर के ठीक सामने ही एक वेश्या का मकान था। वेश्या के यहाँ रात-दिन लोग आते-जाते रहते थे।…

Kahani: बगुला भगत

Kahani: एक वन प्रदेश में एक बहुत बडा तालाब था। हर प्रकार के जीवों के लिए उसमें भोजन सामग्री होने के कारण वहां नाना प्रकार के जीव, पक्षी, मछलियां, कछुए…

Kahani: मिट्टी का प्रभाव

Kahani: जिस भूमि में जैसे कर्म किए जाते हैं, वैसे ही संस्कार वह भूमि भी प्राप्त कर लेती है। इसलिए गृहस्थ को अपना घर सदैव पवित्र रखना चाहिए। मार्कण्डेय पुराण…

Prerak Prasang: भगवान जगन्नाथ की तुलसीदास पर कृपा

Prerak Prasang: एक बार तुलसीदास महाराज को किसी ने बताया कि जगन्नाथ मैं तो साक्षात भगवान ही दर्शन देते हैं। बस फिर क्या था सुनकर तुलसीदास महाराज तो बहुत ही…

Astrology: अंतिम ऋण चिता की लकड़ी

Astrology: क्या आप जानते हैं मृत्यु के बाद भी कुछ ऋण होते हैं, जो मनुष्य का पीछा करते रहते हैं। हिंदू धर्म शास्त्रों में पांच प्रकार के ऋण बताए गए…

Kahani: जब नाम भगवान ने सुदर्शन रूप से की भक्त की रक्षा

Kahani: संत श्री अनंतकृष्ण बाबा के पास एक लड़का सत्संग के लिए आया करता था। प्रभावित होकर दीक्षा के लिए प्रार्थना करने पर बाबा ने कहा कि महामंत्र का 11…

Prerak Prasang: शरशय्या पर कितने दिनों के बाद भीष्म पितामह ने त्यागे थे प्राण

Prerak Prasang: महर्षि वेदव्यास की महान रचना महाभारत ग्रंथ के प्रमुख पात्र भीष्म पितामह हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे एकमात्र ऐसे पात्र है, जो महाभारत में…

Kahani: परहित का चिंतन

Kahani: एक राजा था, जिसे शिल्प कलाअत्यंत प्रिय थी। वह मूर्तियों की खोज में देश-परदेश जाया करते थे। इस प्रकार राजा ने कई मूर्तियां अपने राज महल में लाकर रखी…

Kahani: भगवान का दंड

Kahani: गया के आकाशगंगा पहाड़ पर एक परमहंस जी वास करते थे। एक दिन परमहंस जी के शिष्य ने एकादशी के दिन निर्जला उपवास करके द्वादशी के दिन प्रातः उठकर…

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