Pauranik Katha: जानें श्राप और वरदान का रहस्य

Pauranik Katha: हम पौराणिक कथाओं में प्रायः यह पढ़ते-सुनते आये हैं कि अमुक ऋषि ने अमुक साधक को वरदान दिया या अमुक असुर को श्राप दिया। जन साधारण को या…

Kahani: सब कुछ तुम्हारे हाथ में है!

Kahani: एक आदमी रेगिस्तान से गुजरते वक़्त बुदबुदा रहा था, कितनी बेकार जगह है ये, बिलकुल भी हरियाली नहीं है…और हो भी कैसे सकती है यहाँ तो पानी का नामो-निशान…

Pauranik Katha: गौ भक्त राजर्षि दिलीप, जिन्होंने सिंह को सौंप दिया शरीर

Pauranik Katha: शास्त्रों में राजा को भगवान् की विभूति माना गया है। साधारण व्यक्ति से श्रेष्ठ राजा को माना जाता है, राजाओं में भी श्रेष्ठ सप्त द्वीपवती पृथ्वी के चक्रवर्ती…

Pauranik Katha: महारथी कर्ण के कवच कुण्डल का रहस्य

Pauranik Katha: एक असुर था, दम्बोद्भव। उसने सूर्यदेव की बड़ी तपस्या की। सूर्य देव जब प्रसन्न हो कर प्रकट हुए और वरदान मांगने को कहा तो उसने “अमरत्व” का वरदान…

Pauranik Katha: कैलाश पर्वत उठा देने वाला रावण क्यों नहीं उठा पाया शिव धनुष, जानें क्या है रहस्य

Pauranik Katha: भगवान शिव का धनुष बहुत ही शक्तिशाली और चमत्कारिक था। शिव ने जिस धनुष को बनाया था उसकी टंकार से ही बादल फट जाते थे और पर्वत हिलने…

Kahani: स्नेह के आँसू

Kahani: गली से गुजरते हुए सब्जी वाले ने तीसरी मंजिल की घंटी का बटन दबाया। ऊपर से बालकनी का दरवाजा खोलकर बाहर आई महिला ने नीचे देखा। बीबी जी! सब्जी…

Kahani: सबसे ज्यादा सुखी कौन

Kahani: एक भिखारी किसी किसान के घर भीख माँगने गया। किसान की स्त्री घर में थी उसने चने की रोटी बना रखी थी। किसान आया उसने अपने बच्चों का मुख…

Kahani: नीति और अनीति की कमाई का अंतर

Kahani: प्राचीन युग की बात है। तब प्रजा अधिकतर धर्म-परायण थी, फिर भी अधार्मिक तत्व किसी मात्रा में थे ही। अधिकांश व्यक्ति त्यागी, सेवापरायण एवं ईश्वरभक्त साधुजनों से सदुपदेश तथा…

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