Pauranik Katha: सूर्य आराधना का अद्भुत फल
Pauranik Katha: महाराज सत्राजित का भगवान भास्कर में स्वाभाविक अनुराग था। उनके नेत्र कमल तो केवल दिन में भगवान सूर्य पर टकटकी लगाये रहते हैं, किंतु सत्राजित की मनरूपी आंखें…
Pauranik Katha: महाराज सत्राजित का भगवान भास्कर में स्वाभाविक अनुराग था। उनके नेत्र कमल तो केवल दिन में भगवान सूर्य पर टकटकी लगाये रहते हैं, किंतु सत्राजित की मनरूपी आंखें…
Kahani: एक व्यक्ति ने नारदमुनि से पूछा, नारदजी आप तो परम् ज्ञानी है कृपया बताएं मेरे भाग्य में कितना धन है। नारदमुनि ने कहा- वत्स यह मैं भगवान विष्णु से…
Pauranik Katha: हम सभी इस सृष्टि के निर्माता के रूप में परमपिता भगवान ब्रह्मा को देखते हैं, जबकि संचालक की भूमिका भगवान विष्णु व संहारक महादेव स्वयं हैं। सृष्टि निर्माता…
Dharma News: भारत में प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों का विशेष महत्व रहा है। आज से सैकड़ों साल पहले ‘ऋषि’, ‘मुनि’, ‘महर्षि’ और ‘ब्रह्मर्षि’ समाज के पथ प्रदर्शक माने जाते…
Kahani: एक राजा ने घोषणा की कि जो धर्म श्रेष्ठ होगा, मैं उसे ही स्वीकार करूँगा और आगे बढ़ाने में मदद दूँगा। अब तो उसके पास अपने धर्म की श्रेष्ठता…
Maharishi Vedvyas: हमारे देश में कई बड़े-बड़े ऋषि ने जन्म लिया हैं, जिसमें से वेदव्यास (Maharishi Vedvyas) एक बड़े महात्मा ऋषि हैं। इनकी न जाने कितनी सारी बातें आज भी…