Yogi Adityanath: योगी पूरे देश के ‘हिंदू हृदयसम्राट’

Yogi Adityanath: जिस प्रकार प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने देश का कायाकल्प किया है और भारत को एक कमजोर एवं डरपोक देश से बदलकर शक्तिशाली देश बना दिया…

भारत के लिए द्रोहियों की नयी चुनौती

भारत के आसमान पर घृणा और कटुता के बादल घुमड़ रहे हैं। इन बादलों की आवक पूरब और पश्चिम की विषैली हवाओं के झोंकों के साथ बढ़ती जा रही है।…

True Story: महर्षि वाल्मीकि की सच्ची कहानी

True Story: भारत के ऋषियों, महान कवियों और ज्ञानी जनों की महत्ता को न्यून सिद्ध करने के लिए मुगलों से अधिक अंग्रेजों ने षडयन्त्र किये। पाठ्यक्रमों में पढ़ाया गया कि…

युद्ध, संकट और शांति

सृष्टि की तीन अवस्थाएं। युद्ध, संकट और शांति। संतुलन का दायित्व हमारा और आपका है। इन तीनों की उपस्थिति रहेगी ही। संस्कृति और सभ्यता के साथ इनकी समता और विषमता…

Hindu Dharm: हिंदुओं की आस्था खरीदने की कुचेष्टा

Hindu Dharm: हिंदू धर्म को अक्षय धर्म की संज्ञा दी जाती है। सनातन संस्कृति का पर्याय शब्द है हिंदू। हिंदू समाज जब दुर्बल हुआ तब भारत में सनातन संस्कृति को…

Ganga Saptami Special: मां गंगा का अवतरण और गंगा प्रवाह पूजन का महात्म्य

Ganga Saptami Special: सनातन संस्कृति के लिए मां गंगा का स्थान प्राण तत्व का है। इसीलिए मां गंगा के अवतरण, अविरल प्रवाह और इनके पूजन के अनेक पवित्र मुहूर्त वर्ष…

श्रुति और ऋषि परंपरा से संचालित होता है सनातन

सनातन संस्कृति में केवल श्रुति ही सर्वोच्च है। यहां किसी शीर्ष आचार्य या किसी एक पुस्तक की नहीं चलती। यह विश्व के कल्याण और प्राणियों में सद्भावना का मार्ग है।…

गोविन्दाचार्य और इंटरनल हिन्दू फाउंडेशन की ब्राह्मण यूनियनबाजी के प्रमाण लीजिये

कल्याण सिंह के शब्दों में काला ब्राह्मण गोविन्दाचार्य के इंटरनल हिन्दू फांउडेशन से मैंने अरविंदो पुरस्कार क्यों नहीं लिया? इसने मुझे अरविन्दो सम्मान देने की घोषणा की थी। इस संगठन…

मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हमारी आस्था और संजीवनी हैं: राजा बाबू सिंह

Noida: भारतीय संस्कृति का मूलाधार सनातन संस्कृति है, जिसके संवाहक प्रभु श्रीराम विभिन्न रूपों में हम सब में प्राण वायु संचरित करते हुए जीने की राह दिखाते और निरंतर सत्कर्म…

Pitru Paksha: पितृ पूजा का मतलब प्रेतपूजा नहीं

Pitru Paksha: पितृपक्ष में पितरों की पूजा का अर्थ प्रेतपूजा कदापि नहीं है। यह ऐसी पूजा है जिसमें अपनी समस्त सनातन संस्कृति की आराधना शामिल है। समस्त ऋषि, समस्त दिशाएं,…

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