मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर विपक्ष भले ही हायतौबा मचा रहा हो, लेकिन जिस तरह से आरोपियों के घरों से बेशुमार संपत्तियां बरामद हो रही हैं, उससे यह लगने लगा है कि ईडी सही जगह वार कर रही है। मुंबई में पात्रा चॉल भूमि घोटाला (Patra Chawl Land Scam) मामले में शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) के आवास पर ईडी ने छापेमारी के बाद उन्हें हिरासत में लिया है। वहीं संजय राउत के घर से ईडी (ED) को 11.5 लाख रुपये मिले हैं। बताया जा रहा है कि ईडी शिवसेना नेता संजय राउत से बरामद पैसों की जानकारी मांग रही है कि ये पैसे किसके हैं और कहां से आए हैं? ईडी के सूत्रों के मुताबिक संजय राउत इन पैसों से जुड़े सवाल में फंसते नजर आ रहे हैं। उनके पास ईडी के इन सवालों का जवाब नहीं है, जिसके चलते पैसों को सीज कर दिया गया है और आगे की जांच चल रही है।
संजय राउत को हिरासत में लिए जाने की चर्चाओं के बीच उनके वकील ने दावा किया है कि उन्हें ईडी ने हिरासत में नहीं लिया है। वकील ने कहा कि ईडी को कुछ दस्तावेज चाहिए थे इसके लिए हमें फ्रेश समन दिया गया है। इसी संबंध में संजय राउत अपना बयान दर्ज करवाने ईडी के दफ्तर गए हैं। अभी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। बता दें इससे पहले रविवार को दिन में ईडी ने संजय राउत के आवास पर छापेमारी की थी। ईडी के अधिकारी सुबह करीब सात बजे संजय राउत के मुंबई स्थित आवास पर पहुंच गए थे। संजय राउत से करीब 9 घंटे तक पूछताछ करने के बाद ईडी के अधिकारी उन्हें अपने साथ दफ्तर ले गए।
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गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसी वर्ष 28 जून को संजय राउत को 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संदर्भ में तलब किया था। ईडी ने एक जुलाई को संजय राउत से पूछताछ की थी। इसके साथ ही उन्हें दो बार और समन जारी किया गया था। हालांकि संजय राउत ने संसद के मानसून सत्र को कारण बताकर जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया था। इसी वर्ष अप्रैल में, ईडी (ED) ने इस मामले की जांच के तहत संजय राउत (Sanjay Raut) की पत्नी वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी तौर पर कुर्क किया था।
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