बरेली: निजीकरण के विरोध जारी बैंक कर्मियों का आंदोलन अभी आगे भी जारी रहेगा। 16 व 17 दिसम्बर की देशव्यापी सफल हड़ताल के बाद बरेली के यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने समीक्षा बैठक का आयोजन किया। अध्यक्षता कर रहे ओपी वडेरा ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सफल हड़ताल के लिए बधाई दी।
संयोजक दिनेश सक्सेना ने कहा 2 दिन की हड़ताल के बाद सरकार ने एमिडमेण्ड बिल शीत कालीन सत्र में न लाने का निर्णय लिया है लेकिन हमें सतर्क रहने की ज़रूरत है। हमें न केवल बैंक अपितु किसी भी सार्वजनिक उपक्रम के निजीकरण के प्रयास का विरोध करना चाहिए। अधिकारी संघ के बीडी सिंह ने सुझाव दिया कि ग्राहकों को बताना होगा कि बैंकों के निजीकरण का ख्याल कितना घातक है। सेंट्रल बैंक के अनुराग ने सभी बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों को अभी से सघन अभियान चलाने के लिये निजीकरण विरोधी स्टिकर अपनी कार व बाइक पर चिपकाने की बात कही।
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ट्रेड यूनियन फेडरेशन के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने आगामी फरवरी माह में 2 दिन की देशव्यापी हड़ताल की चर्चा की। अंत में तय हुआ कि शहर कि प्रमुख शाखा पर जनहित और बैंक ग्राहक हित की मांगों की फ्लेक्स लगाई जाएंगी। नवींद्र कुमार,अजित सक्सेना,चरण सिंह यादव,अरबी खन्ना,आलोक गुप्ता,बी एन अग्रवाल,कुशल गर्ग,अरुन कुमार आदि भी मौजूद रहे।
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