प्रयागराज: जरा जरा सी बात पर देश को आग में झोंकने वाली कौम के खिलाफ बीजेपी सरकार में अगर कार्रवाई हो रही है, तो यह बहुत लोगों को अखरने लगी हैं। अखरना भी चाहिए क्योंकि ऐसे राजनीतिक दलों के नेता इन्हीं की आड़ में सदियों से राजनीति जो करते आए हैं। इन आराजक तत्वों की पैठ राजनीतिक दलों के साथ अन्य क्षेत्रों में कितनी है, इसका पता तब चलता है, जब इन पर कानून अपनी कार्रवाई करता है। राजनीतिक दल के साथ, शिक्षण संस्थान, मीडिया के कुछ तत्व मुखर होकर इनके हिमायती हो जाते हैं। नूपुर शर्मा के बयान को लेकर देशभर में मुस्लिम समाज की ओर से प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस दौरान देश को आग लगाने की कोशिश हो रही है। इस उपद्रव से जहां पूरा देश त्रस्त है वहीं अखिलेश यादव सरीखे नेता इसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करार देने में लगे हैं।
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सबका साथ और सबका विकास की ध्येय को रखकर सरकार चलाने वाली बीजेपी सरकार में किसी धर्म विशेष के लोगों को दूसरे के घर को जलाने की आजादी नहीं दी गई है। यही वजह है कि जरा जरा सी बात पर देश को आग में झोकने वाले बौखला गए हैं। प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हुए हिंसा के मामले में योगी सरकार (Yogi Government) के सख्त रुख से उपद्रवी भयभीत नजर आ रहे हैं। प्रयागराज में 10 जून को हुई हिंसा मामले के मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के घर को बुलडोजर चलवा कर ध्वस्त कर दिया गया है। रविवार को अटाला इलाके में स्थित हिंसा के मुख्य आरोपी के घर को गिरा दिया गया।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने हिंसा के मास्टरमाइंड कहे जा रहे जावेद के मकान को तीन जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। https://t.co/y84DKy1l7t pic.twitter.com/12eHIDb9cE
— Bishwajit Bhattacharya (@bbjournalist) June 12, 2022
योगी सरकार की इस कार्रवाई का जमात ए इस्लामी की स्टूडेंट विंग ने विरोध किया है। कार्रवाई के विरोध में संगठन ने सोमवार को दिल्ली में स्थित यूपी भवन के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी जावेद की बेटी आफरीन फातिमा भी सवालों के घेरे में है। जेएनयू की पूर्व छात्रा आफरीन की भूमिका भी हिंसा में संदिग्ध बताई जा रही है। आफरीन फातिमा बापसा से जेएनयूएसयू रिप्रसेंटेटिव हैं और उनके समर्थन में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ ने (JNUSU) एकजुट होकर प्रदर्शन भी किया। वहीं मुख्य आरोपी जावेद की बेटी आफरीन फातिमा प्रशासन की कारवाई को मुसलमानों पर जुल्म बता रही है, बापसा ने मुख्य आरोपी के प्रति अपनी एक जुटता दिखाई है।
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गौरतलब है कि आफरीन फातिमा जेएनयू में स्टूडेंट यूनियन की काउंसलर हैं। आफरीन फातिमा अब तक सरकार के खिलाफ कई बार प्रदर्शन कर चुकी है। उसने एंटी CAA प्रोटेस्ट में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। शाहीनबाग में आंदोलन के दौरान उसने अहम रोल निभाया था। आफरीन फातिमा ने एंटी CAA प्रोटेस्ट में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। आफरीन फातिमा शाहीनबाग आंदोलन के दौरान जेएनयू से लेकर इलाहाबाद तक सक्रिय रही थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जेएनयू की छात्रा आफरीन फातिमा ने हिजाब बैन के दौरान साउथ इंडिया में कई शहरों का दौरा कर प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।
जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप की बेटी आफरीन फातिमा का शाहीनबाग में चले धरना प्रदर्शन से कनेक्शन का खुलासा हुआ है। वहीं यह भी दावा किया गया कि देशद्रोह के आरोप में जेल में बंद शरजील इमाम से भी उसकी काफी नजदीकी रही है।
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