PM Modi Speech In Lok Sabha: अडानी को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने लोकसभा में विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि वर्ष 2004 से 2014 का घोटालों का दशक था। प्रधानमंत्री (NarendraModiSpeech) ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर भारत जोड़ो यात्रा, विपक्षी एकजुटता समेत कई बातों का जिक्र करते हुए तीखा जवाब दिया। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने इस दौरान केंद्र सरकार कामों का जिक्र करते हुए विपक्ष के आरोपों की हवा निकाल दी।
Next generation infrastructure is absolutely essential, Our infra creation is fast and at a large scale. pic.twitter.com/8lq3PoYSdc
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2023
मंगलवार को राहुल गांधी के लोकसभा (ModiInParliament) में दिए गए स्पीच पर प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईको सिस्टम उछल रहा था। समर्थक इतने खुश थे कि कहने लगे कि ये हुई न बात। हो सकता है नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज समय से उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए ही बोला गया यह है कि ‘ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं।’ बता दें कि राहुल गांधी ने सदन में दावा किया था कि मोदी सरकार में व्यापारी गौतम अडानी की निजी संपत्ति बढ़ी हैं। मोदी सरकार (NarendraModiSpeech) उनके लिए नियमों में बदलाव किया है।
Highlighted how the situation in Jammu and Kashmir has changed for the betterment of the people. pic.twitter.com/zDRviSAdNS
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2023
विपक्षी एकता पर पीएम मोदी (Narendra Modi) ने तंज कसते हुए कहा कि जो काम वोटर नहीं कर पाए वो प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कर दिया। विपक्ष को इसके लिए ईडी का धन्यवाद करना चाहिए। क्योंकि ईडी का डर ऐसा इन लोगों में आया कि सभी को एकसाथ आ गए। भ्रष्टाचारियों पर ईडी को जांच करने पर गाली दी जा रही है।
जब मां सशक्त होती है तो पूरा परिवार सशक्त होता है, परिवार सशक्त होता है तो पूरा समाज सशक्त होता है और जब समाज सशक्त होता है तो पूरा देश सशक्त होता है। मुझे संतोष है कि माताओं, बहनों और बेटियों की सबसे ज्यादा सेवा करने का सौभाग्य हमारी सरकार को मिला है। pic.twitter.com/bUZFR2Zzll
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2023
पीएम मोदी (Narendra Modi) ने संसद में दावा किया कि वर्ष 2010 में देश में राष्ट्रमंडल खेल में भारत की युवा सामर्थ्य को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का बहुत बड़ा मौका था, लेकिन कॉमनवेल्थ घोटाले की वजह से पूरा देश दुनिया में बदनाम हो गया। सदी के दूसरे दशक में भारत की चर्चा ब्लैकआउट के नाते हुई। उन्होंने कहा कि जब टेक्नोलॉजी का दौर तेजी से आगे बढ़ रहा था तब ये लोग 2जी घोटाले में उलझे रहे। जब सिविल न्यूक्लियर डील हो रही थी तो ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने स्पीच (NarendraModiSpeech) के दौरान शायराना अंदाज में काफी बातें बोलीं। उन्होंने आलोचना करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि कवि दुष्यंत कुमार ने बहुत अच्छी बात लिखी हैं- ‘तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं।’ बिना सिर-पैर की बातें करने के आदी हो चुके इन लोगों को यह भी याद नहीं रहता कि पहले क्या कहा था। उन्होंने कहा कि जो अहंकार में डूबे रहते हैं, उनको लगता है कि मुझे गाली देकर ही इनका रास्ता निकलेगा। गलत आरोप मढ़ कर ही आगे बढ़ पाएंगे। मोदी पर देश का यह भरोसा अखबार की सुर्ख़ियों और टीवी पर चेहरा चमकाने से नहीं हुआ है। इसके लिए खुद का खपाया है। यहीं वजह है देश की करोड़ों जनता ने हम पर विश्वास जताया है।
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हर बात पर हार्वर्ड स्टडी का जिक्र करने वाली कांग्रेस पर वार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका लगता था कि कोरोना काल के बाद हार्वर्ड में भारत की स्टडी होगी। इसका दावा भी कांग्रेस की तरफ से किया गया था। हार्वर्ड में स्टडी हो रही है कि कांग्रेस कैसे समाप्त हो रही है। उनहेंने कहा केवल हार्वर्ड ही नहीं दुनिया के हर यूनिवर्सिटी में कांग्रेस पर स्टडी होनी चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनके तिरंगे फहराने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मैं भी जम्मू-कश्मीर में यात्रा लेकर लाल चौक में झंडा फहराने का संकल्प लेकर गया था। उस दौरान आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे कि देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पीया है, जो लाल चौक पर झंडा फहराता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ध्वज फहराने वाला दिन 24 जनवरी था। तब मैंने भरी सभा में कहा था कि आतंकी कान खोलकर सुन लें कि मैं 26 जनवरी को ठीक 11 बजे बिना सुरक्षा के लाल चौक आऊंगा। बिना बुलेट प्रूफ जैकेट के आऊंगा और मैंने तिरंगा फहराया।
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