इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। बीते 24 घंटे में पाकिस्तान के 12 प्रमुख शहरों में हुए ड्रोन हमलों ने न केवल सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया, बल्कि देश के एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से विफल साबित कर दिया है। लाहौर, कराची और रावलपिंडी जैसे संवेदनशील शहरों में हुए धमाकों ने हड़कंप मचा दिया है।

रावलपिंडी का आर्मी कैंप तबाह, कराची में सुरक्षा अलर्ट

रावलपिंडी में स्थित एक आर्मी कैंप को ड्रोन हमले में पूरी तरह नष्ट कर दिया गया है। कराची में भी एक आर्मी बेस के पास जोरदार ब्लास्ट हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। कराची को लेकर चिंता इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि यहीं पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का भंडारण केंद्र माना जाता है। ड्रोन हमले ने इन महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठा दिए हैं।

लाहौर में तीन धमाके, नेवी बेस के पास भी हमला

लाहौर में अब तक तीन ड्रोन धमाकों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से एक नेवी बेस के नजदीक हुआ, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हमलों की योजना रणनीतिक रूप से बनाई गई थी। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, धमाकों के बाद सैन्य क्षेत्र को घेर लिया गया है और स्थिति को नियंत्रण में लेने की कोशिशें जारी हैं।

12 शहरों में फैली दहशत, इमरजेंसी जैसे हालात

अब तक कराची, लाहौर, रावलपिंडी, गुंजरावाला, चकवाल, घोटकी समेत 12 शहरों में ड्रोन हमले की पुष्टि हो चुकी है। घटनाओं के बाद सभी प्रभावित क्षेत्रों में आपातकाल जैसी स्थिति बन गई है। अस्पतालों और बचाव एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पाकिस्तान सरकार की ओर से अब तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि ये ड्रोन हमले कहां से किए गए या किसने इनकी जिम्मेदारी ली है।

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पाक पीएम का बयान बना मजाक

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक दिन पहले ही संसद में वायुसेना की “काबिलियत” की प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान की वायुसेना देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। लेकिन अगले ही दिन देश के कई हिस्सों में हुए ड्रोन धमाकों ने उनके बयान को हास्यास्पद बना दिया। हमलों के कुछ ही घंटे बाद पीएम ने वायुसेना प्रमुख असीम मुनीर से मुलाकात की, जिससे स्थिति की गंभीरता का अनुमान लगाया जा सकता है।

अज्ञात हमलावर, रणनीतिक सटीकता

अब तक किसी भी संगठन ने इन ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन जिस प्रकार से हमले सैन्य ठिकानों और संवेदनशील स्थलों को लक्षित कर किए गए हैं, वह अत्यंत सोच-समझ कर की गई कार्रवाई को दर्शाता है। इन हमलों ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस, खुफिया प्रणाली और युद्ध तैयारी की पोल खोल दी है।

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