टोक्यो। भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया को टोक्यो ओलंपिक में पुरुष फ्रीस्टाइल 65 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में अजरबैजान के हाजी अलियेव के हाथों 5-12 से हार का सामना करना पड़ा। मुकाबले की बेहतरीन शुरुआत करते हुए बजरंग ने एक अंक हासिल किया, लेकिन हाजी ने तुरंत वापसी कर चार अंक बटोरे। बजरंग पहले राउंड में 1-4 से पिछड़ गए। दूसरे राउंड में भी हाजी बजरंग पर पूरी तरह भारी पड़े और चार अंक हासिल किए। बजरंग ने हालांकि फिर दो अंक बटोरे और अंकों का फासला कम करने की कोशिश की। लेकिन हाजी ने फिर उन्हें चित्त कर एक अंक लिया।
बजरंग ने इसके बाद दो अंक लिए और इस वक्त मुकाबला कठिन लगने लगा। हालांकि, हाजी ने फिर दो और अंक हासिल कर लिए। हाजी ने एक और अंक लेकर मुकाबला एकतरफा बनाकर जीत दर्ज की। दूसरे दौर में हाजी ने 8-4 की बढ़त बनाई। हाजी 2016 के रियो ओलंपिक खेलों में 57 किग्रा वर्ग का कांस्य जीत चुके हैं और इस बार उन्होंने कम से कम अपने लिए रजत पदक पक्का कर लिया है। बजरंग भारत की टोक्यो ओलंपिक में सबसे बड़ी पदक उम्मीद में से एक थे लेकिन उनसे स्वर्ण पदक लाने का सपना टूट गया। हालांकि उनके पास अभी भी कांस्य पदक लाने का अवसर है।
इससे पहले, क्वार्टर फाइनल मैच में बजरंग ने ईरान के मुतर्जा घियासी चेका को 2-1 से हराया। टोक्यो में भारत के लिए पदक के दावेदार बजरंग को विक्ट्री बाई फॉल के आधार पर जीत मिली। पहले दौर की समाप्ति के बाद एशियाई खेल चैम्पियन बजरंग 0-1 से पीछे थे लेकिन दूसरे क्वार्टर में 2 अंक लेकर वह 2-1 से आगे हो गए। अंतिम एक मिनट में बजरंग ने अपना दांव खेला और ईरानी पहलवान को चित्त कर दिया। बजरंग आज सुबह एक मुश्किल जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे। इस मुकाबले में बजरंग का सामना किर्गिस्तान के इरनाजार अकमातालेव से था। अंतिम स्कोर 3-3 रहा लेकिन चूंकी वह पहले पीरियड में अधिक अंक जुटाने में सफल रहे, लिहाजा विजेता करार दिए गए थे।