लखनऊ: प्रत्येक राष्ट्र की तरक्की का आधार उसकी युवा पीढ़ी होती है। राष्ट्र का भविष्य युवाओं के सर्वांगीण विकास में निहित है, क्योंकि युवा ही राष्ट्र निर्माण में सर्वोच्च भूमिका निभाते हैं। युवाओं में ही राष्ट्र के लिए कुछ नया कर गुजरने की इच्छा होती है। इन्हीं सपनों और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए युवाओं का शिक्षित होना आवश्यक है। विद्या भारती भी ऐसी ही युवा पीढ़ी का निर्माण करने का कार्य कर रही है। उक्त उद्गार मुख्य अतिथि वीर चक्र, वायु सेना मेडल व समाज रत्न विंग कमांडर धीरेन्द्र सिंह जफा के पुत्र भारत के उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक सरित जफा ने आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित राष्ट्रहित सर्वोपरि कार्यक्रम के 28वें अंक में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम सरस्वती कुंज, निराला नगर के प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) उच्च तकनीकी (डिजिटल) सूचना संवाद केन्द्र में विद्या भारती, एकल अभियान, इतिहास संकलन समिति अवध, पूर्व सैनिक सेवा परिषद एवं विश्व संवाद केन्द्र अवध के संयुक्त अभियान में चल रहा है।
हमें अपने इतिहास और संस्कृति पर गर्व होना चाहिए
मुख्य वक्ता अति विशिष्ट सेवा मेडल व परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित लेफ्टिनेंट दुष्यन्त सिंह ने अपनी शौर्य का जिक्र करते हुए युवाओं को प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपने इतिहास, परम्परा और संस्कृति पर हमेशा गर्व करना चाहिए। कई देशों से आक्रमणकारी आए और हमारे देश और संस्कृति पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन वह असफल हुए। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने कहा था कि हमारा देश आजादी के बाद बिखर जाएगा, लेकिन उनको नहीं पता था कि हमारा देश निखर जाएगा। आज हम दुनिया के शक्तिशाली देशों में शामिल हैं।
मुख्य अतिथि भारत के उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक सरित जफा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए विद्यार्थी जीवन सबसे महत्त्वपूर्ण समय होता है, क्योंकि इसी समय वह अपने भविष्य का निर्धारण करता है। साथ ही वह अपने सपनों को पूरा करने की नींव रखता है। ऐसे में विद्यार्थी जीवन में अनुशासन और कड़ी मेहनत का होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि जीवन में किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट पद को प्राप्त करके हम देश के लिए अपना योगदान दे सकते हैं। इसके लिए हमारे मन में अपने काम को लेकर पूरी ईमानदारी और सेवा का भाव होना जरूरी है।
देश की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी
विशिष्ट अतिथि पद्यमिनी डेरी प्रोडक्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रघू एसवी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी देश का भविष्य है, जो सही दिशा का निर्धारण कर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आगे बढ़ें, जिससे वह उत्कृष्ट पद हासिल करके देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा भी हमारी ज़िम्मेदारी है, इसलिए हमें स्वस्थ एवं सबल होने की जरूरत है।
बलिदानियों से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेने की जरूरत
कार्यक्रम अध्यक्ष विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र ने कहा कि आजादी बड़े ही संघर्षों के बाद मिली है, इसके लिए लाखों स्वतन्त्रता सेनानियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है। इसके साथ ही अजादी को अक्षुण्य बनाए सीमा पर तैनात हमारे सैनिक अपना सर्वस्व न्यौछावर कर रहे हैं। ऐसे सभी नायकों/गुमनाम नायकों को याद करने और हमारी युवा पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले सके, इसलिए यह अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम जिस भी क्षेत्र में कार्य करें, हमारे लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्या भारती के स्कूलों में ऐसे भैया/बहनों का निर्माण किया जाता है, जिनके अंदर देश प्रेम की भावना, ईमानदार, चरित्रवान, देशहित में काम करने वाला हो।
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कार्यक्रम में आए अतिथियों का परिचय सरस्वती विद्या मंदिर, निरालानगर के प्रधानाचार्य राम तीरथ वर्मा ने कराया। कार्यक्रम की प्रस्ताविकी उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अनुभूति कार्यक्रम के राज्य प्रभारी डा. सौरभ मालवीय ने रखी। समाज सेवी अभय सिंह ने सभी अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा ने किया। इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के बालिका शिक्षा प्रमुख उमाशंकर मिश्रा, सह प्रचार प्रमुख भास्कर दूबे, भाजपा विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह, कर्नल जीतेन्द्र कुमार चौरसिया व उनकी पत्नी लबीना चौरसिया, डा. बीके ओझा, अनिल अग्रवाल, कैप्टन एसबी सिंह, अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, सूबेदार मेजर हरीराम यादव, अजय गुप्ता, राजेश जायसवाल, अभिषेक आनंद, इतिहास संकलन समिति अवध प्रांत के सदस्य डा. सुभाष मिश्रा और सरस्वती विद्या मंदिर सेक्टर क्यू अलीगंज लखनऊ के छात्र-छात्राएं सहित कई लोग मौजूद रहे।
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