नई दिल्ली: गुजरात के जामनगर में स्थापित नाथूराम गोडसे की प्रतिमा को तोड़कर कांग्रेसियों ने नए विवाद को जन्म दे दिया है। प्रतिमा तोड़े जाने के बाद हिंदू सेना में काफी उबाल देखा जा रहा है। गुजरात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिभुगा और पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मिलकर मंगलवार को जामनगर में लगे गोडसे की प्रतिमा को तोड़ दिया। कांग्रेस नेता पूरी तैयारी के साथ आए थे। प्रतिमा तोड़ने से पहले कांग्रेस नेताओं ने उसके चारों तरफ भगवा पट्टी भी लगा दी थी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक हिंदू सेना ने अगस्त महीने में जामनगर में नाथूराम गोडसे की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की थी। हालांकि स्थानीय अधिकारियों ने इसके लिए जगह देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद संगठन ने ‘नाथूराम गोडसे अमर रहे’ नारे के साथ हनुमान आश्रम में प्रतिमा को स्थापित कर दिया था। वहीं मंगलवार को दल बल के साथ पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने गोडसे की प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया है।
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वहीं इस घटना के बाद हिंदू सेना ने एलान किया है कि वह हरियाणा की अंबाला सेंट्रल जेल से लाई गई मिट्टी से नाथूराम गोडसे की मूर्ति बनवाएगी। बता दें कि महात्मा गांधी की हत्या के आरोप में नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे को अंबाला के सेंट्रल जेल में 15 नवंबर, 1949 को फांसी दी गई थी। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज ने बताया कि महाराष्ट्र के कार्यकर्ता बीते हफ्ते अंबाला जेल से मिट्टी लेकर आए थे। जहां नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे को फांसी दी गई थी वहां की मिट्टी का उपयोग उनकी मूति बनाने में की जाएगी।
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