गाजियाबाद। मुरादनगर के श्मशान घाट में हुए हादसे को लेकर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी ने आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने का निर्देश दिया है। वहीं इस घटना में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नगरपालिका की कार्यकारी अधिकारी निहारिका सिंह, कनिष्ठ अभियंता चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष के साथ ठेकेदार अजय त्यागी का नाम शामिल है। हादसे के बाद से ठेकेदार फरार चल रहा था, जिस पर पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। बताया जा रहा है कि घटना के जिम्मेदार अंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ इस पूरे नुकसान की भरपाई भी इंजीनियर और ठेकेदार से करने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं सीएम योगी ने ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने का भी निर्देश दिया है।
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जानकारी के अनुसार हादसे के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों से काफी नाराज चल रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने हादसे के जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने के संकेत भी दिए थे। माना जा रहा है कि कमिश्नर और गाजियाबाद के डीएम सहित कई अन्य अधिकारियों पर नाराजगी की गाज गिर सकती है। सरकार की तरफ से डीएम और कमिश्नर को नोटिस जारी कर पूछा गया है कि 50 लाख से ऊपर के इस निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया गया था तो इसकी जांच क्यों नहीं की गई। वहीं सरकार ने इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए और योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी देने का भरोसा दिया है।
गौरतलब है कि श्मशान घाट की गैलरी का निर्माण करीब दो महीने पहले कराया गया था और इसका लेंटर दुर्घटना से करीब 15 दिन पहले ही खुला था। इस निर्माण कार्य के लिए 55 लाख रुपए का ठेका दिया गया था। इसके निर्माण में जिस तरह अनियमितता बरती गई उसका नतीजा सबके सामने है। हादसे के बाद मौके पर आई एनडीआरएफ की टीम ने भी निर्माण कार्य में बरती गई खांमियों पर सवाल उठाए हैं। गौरतलब है कि रविवार को श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कराने आए लोगों की भीड़ इकट्ठा थी। इसी बीच गैलरी का लेंटर अचानक ढह गया। इस हादसे में दबने से 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 17 अन्य घायल हो गए हैं। यह हादसा मुरादनगर के उखलारसी के श्मशान घाट में हुआ था।
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