प्रकाश सिंह
लखनऊ: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की पत्नी साधना गुप्ता (Sadhna Gupta) का शनिवार को गुड़गांव के मेदांता मेडीसिटी हॉस्पिटल (Medanta Medicity Hospital) में निधन हो गया। फेंफड़े के संक्रमण (Lung Infection) के चलते साधना गुप्ता को यहां भर्ती कराया गया था। पत्नी साधना गुप्ता का हाल जानने के लिए शनिवार को मुलायम सिंह भी अस्पताल पहुंचे थे। लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था, मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता का साथ यहीं तक था। साधना गुप्ता के निधन से परिवार में शोक का माहौल है। ज्ञात हो कि साधना गुप्ता, मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी थीं, जो उम्र में उनसे 20 साल छोटी थीं।
साधन कभी सपा की राजनीति में काफी सक्रिय थीं, लेकिन मुलायम सिंह यादव से शादी के बाद उन्होंने राजनीति को अलविदा कर दिया था। वर्ष 2017 चुनाव से पहले जब सपा में अंदरुनी कलह चल रही थी तो उस समय भी साधना गुप्ता के नाम पर बहस छिड़ गई थी। साधना गुप्ता के निधन से पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई है। मुलायम सिंह यादव और बड़े बेटे अखिलेश यादव एकसाथ घर पहुंचे। इसके थोड़ी देर बाद सुब्रत राय सहारा भी मुलायम सिंह आवास पहुंच गए।
ऐसे बढ़ीं मुलायम और साधना में नजदीकियां
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पहली शादी मालती देवी से हुई थी, जिनसे उनके बड़े बेटे अखिलेश यादव हैं। सपा कुनबे में उन सभी का जिक्र सबसे ज्यादा होता है जो राजनीति में सक्रिय रहे हैं। चाहे मुलायम सिंह के बड़े बेटे अखिलेश यादव, बहू डिंपल यादव हों या उनके भाई, लेकिन साधना गुप्ता का जिक्र कभी कभार होता है। बता दें कि साधना गुप्ता मूल रूप से इटावा के बिधुना की रहने वाली थीं। उनकी पहली शादी चंद्रप्रकाश गुप्ता नाम के व्यक्ति से वर्ष 1987 में हुई थी, जिनसे उनका बेटा प्रतीक है। हालांकि शादी के दो ही वर्ष बाद दोनों अलग हो गए थे। इस अलगाव के बाद साधन गुप्ता मुलायम सिंह के संपर्क में आ गईं। दोनों के बीच शुरू हुई मुलाकात धीरे-धीरे अपनापन में बदल गई। दोनों इतने करीब आ गए कि मुलायम ने प्रतीक के अभिभावक की भूमिका निभाने लगे।
वर्ष 2003 में आखिरकार मुलायम सिंह यादव ने साधना गुप्ता को अपनी पत्नी का दर्जा दे दिया। कहा जाता है कि दोनों के बीच नजदीकी की वजह मुलायम सिंह की मां मूर्ति देवी थीं। सैफई के एक अस्पताल में भर्ती मुलायम सिंह की मां मूर्ति देवी की जान साधना गुप्ता की सूझ-बूझ से बच गई थी, जिससे वह उनसे काफी प्रभावित थीं। उस समय साधना ट्रेनिंग नर्स के तौर पर वहां काम कर रही थीं। इतना ही नहीं साधना गुप्ता ने सपा के टिकट से नगर निगम का चुनाव भी लड़ा था।
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मुलायम सिंह यादव की तरफ से साधना गुप्ता को पत्नी के रूप में स्वीकार करने के बाद उनके बेटे प्रतीक यादव भी उनके घर में रहने लगे। प्रतीक को लोग सपा प्रमुख अखिलेश यादव के सौतेले भाई के तौर पर जानते हैं। प्रतीक यादव का राजनीति में कोई रुचि नहीं रहा और कभी बॉडी बिल्डर हुआ करते थे। गौरतलब है कि सेहत के प्रति सजग रहने वाले प्रतीक लखनऊ के गोमतीनगर में तीन मंजिला जिम चलाते हैं। इस जिम का उद्घाटन उनके पिता मुलायम यादव ने किया था। लखनऊ का यह सबसे बड़ा जिम माना जाता है। यहां अमेरिका से लेकर इटली तक से लाई गई मशीनें रखी गई हैं। साधना गुप्ता की बहू अपर्णा यादव राजनीति में काफी सक्रिय हैं। सपा की राजनीति में हाशिए पर किए जाने के बाद उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। अपर्णा यादव जानवरों के अधिकारों के लिए भी काम करती हैं।
अखिलेश से ठीक नहीं थे साधना के संबंध
वर्ष 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव के पहले सपा की अंदरुनी कलह सतह पर आ गई थी। इस दौरान मुलायम की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता का नाम भी चर्चा में आया था। इस झगड़े के केंद्र साधना को माना जा रहा था। कुछ लोग उन्हें ‘कैकयी’ तक बुलाने लगे थे। हालांकि साधना गुप्ता ने इन सब विवादों से हटकर खुद को संयमित रखा और कहा था कि अखिलेश को वह बड़ा बेटा मानती हैं। उन्होंने कहा था कि अखिलेश को किसी ने गुमराह कर दिया है और वह चाहती हैं कि प्रतीक भी बड़े भाई के नक्शे-कदम पर चले।
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