Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनावों के बीच बीजेपी विपक्षी दलों को झटके पर झटका दे रही है। पीएम मोदी सरकार की एकबार फिर सत्ता में वापसी की आहट के बीच विपक्षी पार्टियों में भगदड़ की स्थिति बनी हुई है। सपा, बसपा और कांग्रेस के कद्दावर नेता बीजेपी में सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे हैं। इसी क्रम में अयोध्या के एक बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचान रखने वाले नेता करुणाकर पाण्डेय (Karunakar Pandey) बहुजन समाज पार्टी (BSP) से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए हैं। करुणाकर पांडेय (Karunakar Pandey) बसपा (BSP) में अयोध्या से मंडल कोऑर्डिनेटर थे। ब्राह्मण चेहरे के रूप में उनके भाजपा में आने से पार्टी को समुदाय से अच्छी बढ़त मिलनी तय है। करुणाकर ने बसपा (BSP) में रहते हुए पार्टी के सोशल इंजीनियरिंग अभियान के तहत कई ब्राह्मण सम्मेलनों का आयोजन कराया और ब्राह्मणों को बसपा के साथ जोड़ने के लिए अच्छा काम किया। उनके इस अभियान को देखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने पूरे प्रदेश में उन्हें ब्राह्मण समाज को जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
कौन हैं करुणाकर पांडेय (Karunakar Pandey)?
करुणाकर पाण्डेय लंबे समय से सक्रिय राजनीति कर रहे हैं। वह वर्ष 2005 से 2015 तक अयोध्या जिला पंचायत सदस्य रहे और 2008 से 2010 तक अयोध्या के जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह बहुजन समाज पार्टी (BSP) में बनारस लखनऊ मण्डल, देवीपाटन, अयोध्या के मुख्य सेक्टर कोआर्डीनेटर भी रहे।
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ब्राह्मण नेता के तौर पर है पहचान
धर्म नगरी अयोध्या में करुणाकर पाण्डेय की गिनती ब्राह्मण समाज के बड़े नेताओं में होती है। 2021 में उन्होंने अयोध्या में बसपा का पहला ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित किया था। इसके साथ ही वह अयोध्या में जिला और प्रदेश स्तरीय प्रबुद्ध ब्राह्मण सम्मेलन भी करा चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने लखनऊ में अयोध्या के संतों, महंतों का एक संत सम्मेलन भी कराया था। विधानसभा चुनाव 2022 के पहले उन्होंने अयोध्या तथा प्रदेश के करीब बीस अन्य जिलों में ब्राह्मण सम्मेलन कराया था।
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