वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) इस समय ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) को लेकर एकबार फिर चर्चा में आ गया है। पूरे देश की निगाह ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) पर लगी हुई है। मस्जिद के सर्वे में जहां शिवलिंग मिलने की बात आई है, वहीं मुस्लिम समाज के लोग इसके विरोध में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। इस बीच ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर बनाए गए अजय कुमार मिश्रा (Court Commissioner Ajay Kumar Mishra) को पद से हटा दिया गया। मुस्लिम पक्ष की ओर से अजय मिश्रा का शुरू से ही विरोध किया जा रहा था। लेकिन अब उनकी टीम के सदस्य की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद कोर्ट कमिशन से हटा दिया गया है। सिविल कोर्ट ने मंगलवार को कमिशन के काम में अधिक रुचि नहीं लेने और उनके कैमरामैन की ओर से मीडिया में सूचनाएं लीक किए जाने के आरोपों को लेकर यह फैसला लिया है।
अजय मिश्रा (Court Commissioner Ajay Kumar Mishra) के हटाए जाने के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि मुस्लिम पक्ष के लोगों के दबाव में यह फैसला लिया गया है। वहीं विशेष कमिश्नर विशाल सिंह ने आरोप लगाया था कि अजय कुमार मिश्रा कमिशन के काम में रुचि नहीं ले रहे हैं और पूरी तरह सहयोग नहीं कर रहे हैं। कोर्ट में यह भी कहा गया कि अजय कुमार मिश्रा ने निजी कैमरामैन आरपी सिंह को रखा था, जो लगातार मीडिया में गलत बाइट दे रहे थे। सिविल कोर्ट ने अजय कुमार मिश्रा को हटाते हुए याद दिलाया कि कोर्ट कमिश्नर एक लोक सेवक की तरह होता है।
इसे भी पढ़ें: भारतीय मूल्यों के आधार पर हो पत्रकारिता
कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि जब कोई अधिवक्ता, अधिवक्ता आयुक्त (कोर्ट कमिश्नर) नियुक्त किया जाता है और कमिशन का काम करता है तब उसकी भूमिका एक लोक सेवक की होती है और उससे यह अपेक्षा की जाती है कि वह कमिशन कार्यवाही का संपादन पूरी निष्पक्षता और ईमानदारी से करेगा। कोई भी गैर जिम्मेदाराना बयान आदि सार्वजनिक तौर पर नहीं देगा। कोर्ट ने अजय कुमार मिश्रा के प्राइवेट कैमरामैन रखने और मीडिया को बाइट देने पर नाराजगी जताई। कोर्ट ने कहा कि न्यायिक मर्यादा के खिलाफ है। कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा, वकील कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त किया जाता है। बता दें कि विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह 12 मई के बाद की समस्त कमिशन कार्यवाही की रिपोर्ट दाखिल करेंगे। इस दौरान सहायक अधिवक्ता आयुक्त अजय प्रताप सिंह उनके निर्देशन में काम करेंगे।
इसे भी पढ़ें: नंदी की प्रतीक्षा पूरी