आचार्य संजय तिवारी
पणजी/गोवा: एक महत्वपूर्ण चर्चा के दौरान देश की सुरक्षा, विकास और भविष्य से जुड़े कई अहम मुद्दे सामने आए। चर्चा का केंद्र बिंदु था छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे की सफलता की कहानी और एक नए भारत का निर्माण।
चर्चा के तीसरे दिन का मुख्य आकर्षण छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद और माओवाद पर हुई विस्तृत बातचीत रही। राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि कैसे लगभग छह दशकों से चले आ रहे खूनखराबे का दौर अब खत्म हो रहा है। उन्होंने जून 1989 के नरसंहार का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौर में नक्सलियों ने प्रदेश को खून से रंग दिया था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है।
शर्मा ने कहा, नक्सलियों का एकमात्र मकसद बंदूक के बल पर सत्ता हासिल करना है। उनके लिए न तो लोकतंत्र का कोई महत्व है और न ही मानवता का। लेकिन अब बस्तर के 27 नक्सल समूह खत्म हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के संकल्प को हमने पूरा कर लिया है। हम मार्च 2026 तक पूरे बस्तर को नक्सलमुक्त कर देंगे।
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नक्सलियों के शहरी, वित्तीय, सामाजिक और कानूनी नेटवर्क को भी तोड़ दिया गया है। अब जंगल की लड़ाई तो जीत ली गई है, लेकिन अब इन्फ्लुएंसर्स और मीडिया की जिम्मेदारी है कि वे बस्तर की वास्तविक सफलता की कहानी को दुनिया के सामने लाएं।

युवाओं को राजनीति में आने का आह्वान
शर्मा ने युवाओं पर जोर देते हुए कहा कि लोकतंत्र में राजनीति जरूरी है। उन्होंने कहा, युवाओं को राजनीति में आना चाहिए। अगर अच्छे लोग राजनीति में नहीं आएंगे, तो बुरे लोग उनकी जगह ले लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के कामों से सीख लेनी चाहिए। देश और जनकल्याण के लिए काम करना चाहिए। आज के युवाओं को समझना चाहिए कि उनका समय आ गया है और उन्हें इसके लिए सक्रिय होना चाहिए।
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डिजिटल इंडिया और क्रिएटर्स को बढ़ावा
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया विजन पर प्रकाश डाला। उन्होंने क्रिएटर्स को देश की विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। जाजू ने कहा कि सरकार ने क्रिएटिव इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए ‘वेव्स’ जैसे प्लेटफॉर्म शुरू किए हैं और ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजी’ जैसे संस्थान खोले हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया विकास का राजदूत है और क्रिएटर्स को सरकार की योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।
एआई के अवसर और चुनौतियों पर चर्चा
आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर गणेश सुब्रमण्यन और इंडिया एआई के सीईओ अभिषेक सिंह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर चर्चा की। उन्होंने समाज, राजनीति, शिक्षा, कृषि और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में एआई के फायदों के साथ-साथ, इसके दुरुपयोग को रोकने के उपायों पर भी बात की।
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