मुजफ्फपुर। पुलिस की लापरवाही के चलते अपराधियों में कानून का खौफ खत्म सा हो गया है। देश का कोई हिस्सा ऐसा नहीं है जहां रेप, हत्या जैसी घटना न घट रही हों। बात करें बिहार की तो विधानसभा चुनाव के बाद से इस राज्य में अपराधों की बाढ़ सी आ गई है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में कोचिंग से लौट रही 10वीं की छात्रा को पांच युवकों ने तमंचे के बल पर अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। घटना जिले के सकरा थानाक्षेत्र के पिपरी सहदुल्लापुर रोड पर सोमवार शाम की बताई जा रही है। लेकिन पुलिस की लापरवाही का आलम यह है कि ऐसे वीभत्स मामले में तीन दिन बाद केस दर्ज हो पाया है।
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जानकारी के अनुसार कोचिंग से घर लौट रही छात्रा को रास्ते से बोलेरो सवार युवकों ने अगवा कर लिया। इसके बाद सुजावलपुर स्थित एक बंद पेट्रोल पंप के एक कमरे में ले जाकर पांचों ने उसके साथ गैंगरेप किया। इसके बाद पीड़िता ने किसी तरह हैवानों को चकमा देकर वहां से भाग निकली। सड़क पर पहुंचने के बाद उसने वहां के ग्रामीणों को अपनी आम बीती सुनाई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे घरवालों ने लड़की को घर ले गए। परिजनों ने सकरा थाने को इसकी सूचना दी पर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। घटना के अगले दिन पुलिस ने एक आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंपा भी लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेने की जगह डांट-फटकार लगाकर युवक को छोड़ दिया। इसका ऑडियो भी पीड़ित पक्ष के पास है। इसके बाद हताश होकर पीड़ित पक्ष महिला थाने पहुंचा, तब जाकर मामला दर्ज हो पाया है।
गौरतलब है कि सकरा थाने का 48 घंटे तक चक्कर लगाने के बाद पीड़िता बुधवार को अपने परिजनों के साथ महिला थाने पहुंची। यहां उसके परिजनों ने बेटी के साथ गैंगरेप होने की सूचना दी। इसी आधार पर महिला थाने की थानेदार नीरू कुमारी ने पॉक्सो एक्ट के तहत मो. इजहार, आदित्य झा व तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हालांकि परिजनों ने मो. इजहार को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस आज उसे विशेष कोर्ट में पेश करेगी। वहीं महिला थाने की पुलिस ने सदर अस्पताल में लउ़की का मेडिकल करा चुकी है, जिसकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।
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