नाग पंचमी विशेष: शिव, शेष, वासुकी और तक्षक की ही है सृष्टि

शिव आदि देव हैं। शेष नाग जीवचार्य हैं। वासुकी जीवन संग्राम के आधार हैं। तक्षक कलियुग के आधार चिंतक को बल देते हैं। परमब्रह्म, नारायण के निर्देशन में यह सब…

भगवान शिव के प्रिय श्रावणमास में श्री शिवमहापुराण का श्रवण होगा शुभफलदाई: डॉ. समीर त्रिपाठी

लखनऊ: श्रावणमास के पावन पर्व पर श्री शिवमहापुराण (अर्थ सहित) के प्रथम अध्याय के गायन का वीडियो यूट्यूब चैनल मेधज एस्ट्रो पर आज वर्चुअली रिलीज किया गया। श्री शिवमहापुराण के…

चातुर्मासः शास्त्र और लोक की परंपरा

भारत अद्भुत है। यहां भगवान भी विश्राम करने चले जाते हैं। कल 20 जुलाई अर्थात आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पद्मा एकादशी अर्थात् देवशयनी एकादशी है। मान्यता के अनुसार, देवशयनी एकादशी…

जनेऊ क्या है और इसका क्या है महत्व?

सुधीर तिवारी भए कुमार जबहिं सब भ्राता। दीन्ह जनेऊ गुरु पितु माता॥ जनेऊ क्या है आपने देखा होगा कि बहुत से लोग बाएं कांधे से दाएं बाजू की ओर एक…

Surya Grahan 2021: सूर्य ग्रहण आज, 148 साल बाद बन रहा ऐसा योग, इन राशियों पर पड़ेगा असर

Surya Grahan 2021: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण का असर पूरे संसार पर दिखता है। संसार के हर प्राणी को इसके अच्छे-बुरे प्रभाव झेलने पड़ते हैं। ज्यातिष के मुताबिक…

दस जून को शनि जयंती, इन उपायों को करने से शनिदेव हरेंगे पीड़ा

लखनऊ। इस बार शनि जयंती 10 जून 2021 दिन गुरूवार को मनाई जाएगी। शनिदेव को कर्म फलदाता कहा जाता है। शनिदेव सभी को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते…

चंद्र ग्रहण 2021: चंद्रग्रहण की वजह से तो नहीं आ रहा चक्रवात, जानें विशेषज्ञों की राय

नई दिल्ली। वर्ष 2021 का पहला चंद्रग्रहण (Lunar eclipse 2021) आज यानी बुधवार को कुछ ही घंटों बाद लगने वाला है। वहीं देश में आ रहा चक्रवती तूफान यास (cyclone…

तुलसी: पौधा नहीं जीवन का अंग है, इसे ऐसे समझें

तुलसी के पौधे को लेकर हमारे यहां कई तरह भी मान्यताएं हैं। तुलसी पूज्यनीय इसलिए भी है कि इसमें कई तरह के औषधीय गुण भी हैं। ऐसे में तुलसी के…

कल है माता सीता की जयंती, जानें कहां—कहां है माता के पौराणिक मंदिर

लखनऊ। कल 21 मई को सीता नवमी अर्थात माता सीता का जन्मदिवस है। इसे लोग जनकी जयंती के नाम से भी जानते है। हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के…

भगवान श्री कृष्ण ने कलयुग को लेकर पांडवों को बताई थीं यह बातें

महाभारत के समय की बात है पांचों पांडवों ने भगवान श्रीकृष्ण से कलियुग के बारे में चर्चा की और कलियुग के बारे में विस्तार से पुछा और जानने की इच्छा…

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