Bareilly News: बरेली के निवर्तमान महापौर डॉ. उमेश गौतम (Dr. Umesh Gautam) को निकाय चुनाव से पहले सामूहिक दुष्कर्म के मामले में बड़ी राहत मिल गई है। एक राजनीतिक दल के बड़े नेता डॉ. उमेश गौतम (Dr. Umesh Gautam) पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला अपने बयानों से पलट गई है और उसने महापौर पर लगाए अपने सामूहिक दुष्कर्म के आरोप वापस ले लिया है। महिला ने कहा कि वह महापौर को सामूहिक दुष्कर्म के मामले में फंसाना नहीं चाहती है। इस मामले में दोनों पक्षों का लिखित समझौता हो गया है, जिसके बाद महापौर डॉ उमेश गौतम ने बड़ी राहत मिल गई है।
पीड़िता शनिवार दोपहर आरोप वापस लेने कोतवाली स्थित सीओ सिटी कार्यालय पहुंची। सीओ प्रथम श्वेता यादव को शपथपत्र सौंपकर अपने पूर्व में दिए अपने बयान को खारिज कर दिया। इसके बाद उसने मीडिया से बात की। महिला का कहना था कि उस वक्त उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह किसी के प्रभाव में आकर उमेश गौतम (Dr. Umesh Gautam) और उनके ड्राइवर पर इस तरह का आरोप लगा बैठी थी। अब भी वह काफी डिप्रेशन में है। लेकिन अब वह पूरे होशोहवास में कह रही है कि उसके साथ हुई घटना से नेता का कोई लेनादेना नहीं है। वह सही व्यक्ति हैं और उसे उम्मीद है कि वह उसे माफ कर देंगे।
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पत्रकारों ने महिला से पूछा कि वह पूर्व में कोर्ट में बयान दे चुकी है तो अब नेता को क्लीन चिट देने से उसके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। तब महिला का कहना था अब यह कोर्ट पर निर्भर करता है। उक्त नेता निर्दोष हैं। वह उन्हें फंसाना नहीं चाहती।
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