BBC documentary: भारत विरोधी खबरें प्रसारित करने वाले बीबीसी (BBC) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित कॉक्यूमेंट्री बनाकर देश में नया बवाल खड़ा कर दिया है। देश विरोधी तत्व बीबीसी के डक्यूमेंट्री (BBC documentary) को लेकर सड़कों पर आ गए हैं, और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। वहीं केरल में कांग्रेस की ओर से इसकी स्क्रिनिंग की गई, तो जेएनयू (JNU) समेत कई विश्वविद्यालयों में भी इसे दिखाए जाने को लेकर घमासान मचा हुआ है। बीबीसी डॉक्यूमेंट्री (BBC documentary) पर विदेशों में भी चर्चा तेज हो गई है। डॉक्यूमेंट्री पर ब्रिटेन की तरफ से भी टिप्पणी सामने आई है। ब्रिटेन के संसद परिसर में सांसद बॉब ब्लैकमैन ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को भारत के प्रधानमंत्री पर अपमानजनक, प्रोपगेंडा करार दिया है।

बता दें कि बीबीसी के इस विवादित डॉक्यूमेंट्री (BBC documentary) को भारत में बैन कर दिया गया। इसके बावजूद कांग्रेस व कम्युनिष्ट विचारधारा से जुड़े लोग डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण करने पर अड़े हुए हैं और जगह-जगह उपद्रव करना शुरू कर दी है। गौरतलब है कि ब्रिटिश सांसद ने जहां बीबीसी के डॉक्यूमेंट्री की मंशा पर सवाल उठाए हैं वहीं इसे पीएम मोदी के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला बताया है। बताते चलें कि ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन 25 जनवरी को कश्मीर में हिंदुओं के नरसंहार के 33 साल पूरे होने के मौके पर हाउस ऑफ कॉमन्स में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कश्मीर में हिंदुओं के उत्पीड़न के बारे में भी बात की।

बॉब ब्लैकमैन सांसद ने हाउस ऑफ कॉमन्स में कहा कि इस जगह पर मेरे जैसे बहुत कम सांसद हैं, जो आपका मामला रखते हैं। हिंदुओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कश्मीर में हिंदू नरसंहार की सालगिरह के कार्यक्रम में बात की। इसके बाद वह बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के बारे में बात करते हुए कहा कि ये बिल्कुल अपमानजनक प्रोपगेंडा है।

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गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी के बारे में उनके मान को ठेस पहुंचाने के रूप में इसे वर्णित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब आप इसे देखते हैं, तो मैं आपको इसे देखने से पहले आपको शांत करने के लिए कुछ गोलियां लेने की सलाह देता हूं। बीबीसी का यह डॉक्यूमेंट्री वर्ष 2002 गुजरात के दंगों पर शुरू होता है और एक ट्रेन के रूप में इसका उल्लेख करता है, हिंदू तीर्थयात्रियों को ले जा रहे लोगों में आग लग गई, लेकिन इस तथ्य को नजरअंदाज कर दिया गया है कि ट्रेन के डिब्बों में ईंधन डाला गया था और हिंदुओं की हत्या की साजिश के तहत लोगों ने आग लगाई थी।

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