नई दिल्ली। असम में पत्रकारिता के 175 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) की ओर से 15 मार्च को एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इस सेमिनार के मुख्य अतिथि केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह होंगे। कार्यक्रम में असम मीडिया के प्रमुख विद्धान अपने विचार व्यक्त करेंगे।
आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने बताया कि इस समारोह में असम राज्य सूचना आयोग के सूचना आयुक्त समुद्र गुप्त कश्यप, असम केंद्रीय विश्वविद्यालय, सिलचर के जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ज्ञान प्रकाश पांडेय, द असम ट्रिब्यून के कार्यकारी संपादक प्रशांत ज्योति बरुआ और दैनिक पूर्वांचल प्रहरी के कार्यकारी संपादक वशिष्ठ नारायण पांडेय प्रमुख वक्ता के तौर पर शामिल होंगे।
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प्रो. द्विवेदी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य असमिया साहित्य और पत्रकारिता के उन दिग्गजों के बलिदान को याद करना है, जिन्होंने असम में मीडिया की नींव रखी थी। जनवरी 1846 में ‘अरुणोदय’ के प्रकाशन के बाद से असम का मीडिया आज काफी आगे निकल चुका है। प्रो. द्विवेदी ने कहा कि इस सेमिनार के माध्यम से हम हेमचंद्र बरुआ, राधानाथ चांगकोकोटी, कीर्तिनाथ शर्मा, निलामोनी फुकन और बेनुधर शर्मा जैसे लोगों को याद करना चाहते हैं, जिन्होंने आजादी से पहले असम में प्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह गर्व का विषय है कि जब हम असम में मीडिया के 175 वर्ष पूरा होने का जश्न मना रहे हैं, तब भारत की हिंदी पत्रकारिता 195 वर्ष पूरे करने जा रही है।
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