Arvind Kejriwal: किसी पर कुछ भी आरोप लगा देने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भारतीय जनता पार्टी पर नया आरोप मढ़ा है। सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के मुताबिक, बीजेपी (BJP) उनपर पार्टी में शामिल होने का दबाव बना रही है। उन्होंने कहा कि ये लोग हमारी पार्टी के पीछे पड़े हुए हैं। संजय सिंह, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन के पीछे पड़े। मनीष सिसोदिया का कसूर है कि वो दिल्ली में अच्छे स्कूल बना रहा थे और सत्येंद्र जैन अच्छे अस्पतालों की सौगात दे रहे थे। अब ये लोग हमारे पीछे पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा ये लोग कहते हैं मनीष सिसोदिया ने घोटाला किया है। जबकि वे सुबह 6 बजे उठकर स्कूलों के चक्कर लगाते थे। बता दें कि दिल्ली शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोप में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार बुरी तरह फंसी हुई है। एक के बाद एक मंत्रियों की गिरफ्तारी के बाद अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गिरफ्तारी की तलवार अटकी है। बार-बार ईडी के समन के बाद भी वह पूछताछ के लिए नहीं जा रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल फिल्म पुष्पा के डायलाग में केजरीवाल को भी जेल में डाल दो। दिल्ली में अच्छे स्कूल तो बनेंगे। अच्छे अस्पताल भी बनेंगे। करोड़ों का लोगों का आशीर्वाद मेरे ऊपर है। मैं किसी भी किमत पर झुकने वाला नहीं हूं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कहते हैं बीजेपी में आ जाओ सात खून माफ, क्यों जाएं बीजेपी में? आप लोग अपना आशीर्वाद बनाए रखना। अरविंद केजरीवाल ने ये बातें रोहिणी के सेक्टर-41 में दो नए स्कूल भवनों की आधारशिला रखने के दौरान कही। मजे की बात जिस आरोप में पूरी पार्टी फंसी है, उसका उन्होंने एकबार भी जिक्र नहीं किया। आम आदमी पार्टी स्कूल और अस्पताल के नाम पर दिल्ली शराब घोटाले को लगातार दबाने की कोशिश करती आ रही है।
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केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि आज ये हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे हैं, क्योंकि करोड़ों बच्चों के मां-बाप का आशीर्वाद हमारे साथ है। उनके बच्चों को हमने अच्छे स्कूलों में पढ़ाया है। करोड़ों लोग का फ्री इलाज हमने कराया है। उनका आशीर्वाद हमारे साथ है। हमारे खिलाफ जो मर्जी षड्यंत्र कर लें, कुछ नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कहीं भी हम लोग स्कूलों, मोहल्ला क्लिनिक या अस्पताल का उद्घाटन करने जाते हैं तो ये दूसरी पार्टी वाले हमारी हाय-हाय करने पहुंच जाते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि एक समय दिल्ली में ऐसा था जब लोग मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजते थे। उनके पास प्राइवेट स्कूलों के लिए पैसा नहीं होता था। लोगों में यह धारणा बन चुकी थी कि सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा नहीं मिलेगी। लेकिन आज चार स्कूलों के उद्घाटन में इतने लोग की भीड़ यह बता रही है कि लोगों को गरीबों को आज उम्मीद है कि उनका बच्चा भी अच्छा पढ़कर डॉक्टर इंजीनियर बन सकता है।
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