लखनऊ: अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा द्वारा महामना पं मदन मोहन मालवीय की जयंती पर एसके टावर, नियर एमआई रसेल कोर्ट, लखनऊ में विदुषी कनुप्रिया, महामंत्री, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा पूर्वी भारत की अध्यक्षता में एक विशाल गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि पं चन्द्रिका प्रसाद तिवारी और विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में पं कुमार अशोक पाण्डेय, प्रवक्ता, भाजपा द्वारा प्रतिभाग किया गया।
पंडित यूएन मिश्रा द्वारा गोष्ठी के प्रारंभ पूजा व हवन से किया गया। उसके बाद विदुषी कनुप्रिया, राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा, पूर्वी क्षेत्र, पंडित संजय अवस्थी, अध्यक्ष, अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा, अवध प्रान्त, अध्यक्ष अवध प्रांत महिला प्रकोष्ठ विदुषी रागिनी अवस्थी, अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ, पंडित गिरीश चन्द्र त्रिपाठी, महामंत्री, अवध प्रान्त, द्वारा मुख्य अतिथि और विशिष्ट आमंत्रित अतिथियों का अंगवस्त्रम और बुके देकर सम्मान किया गया।
विदुषी आंचल शर्मा, आर्कीटेक्ट द्वारा समस्त आमंत्रित अतिथियों का चंदन टीका लगाकर स्वागत किया गया। सम्मानित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर समस्त अतिथियों द्वारा महामना पंडित मदन मोहन मालवीय एवं भगवान परशुराम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं पुष्पांजलि अर्पित की गयी। विदुषी विनय मिश्रा द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत गायन किया।
इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए पं गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मालवीय एक महान शिक्षाविद, प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर वक्ता एवं समाज सुधारक थे। उन्होंने नारी शिक्षा, विधवा विवाह का समर्थन, बाल विवाह का विरोध करके नारी उत्थान में विशेष प्रयास किये। विदुषी रागिनी अवस्थी ने बताया कि जिस समय देश आजाद हो रहा था उस समय देश के हालात ठीक नहीं थे, भारतीय संस्कृति का लगातार हास हो रहा था। ऐसे में भारतीय संस्कृति को बचाए रखना एक बड़ी चुनौती थी, जिसको महामना के अथक प्रयासों से अक्षुण्ण रखा जा सका।
पंडित कुमार अशोक पाण्डेय ने बताया कि हम जो ये गंगा की अविरल धारा हरिद्वार में देख रहे हैं ये महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के गंगा महासभा बनाकर किये गये अथक संघर्ष के कारण ही अंग्रेजी हुकूमत द्वारा बांध बनाकर गंगा को रोकने से बचाने की वजह से ही है। उन्होंने पहली बार हरिद्वार में हर की पैड़ी पर गंगा आरती प्रारंभ करायी। पंडित राकेश मिश्रा द्वारा गोष्ठी का संचालन करते हुए महामना के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा समावेशी शिक्षा के प्रयासों के तहत एक ऐसे विश्वविद्यालय की स्थापना करना जिसमें आध्यात्म, भारतीय संस्कृति के मूल्यों से जुड़े विषयो के साथ साथ नवीन भारत के प्रगति एवं विकास से जुड़े तकनीकी, चिकित्सा, मानविकी, और आधुनिक शिक्षा के समस्त विषयों के अध्ययन और अध्यापन होता हो।
पंडित संजय अवस्थी द्वारा विचारों के क्रम में बताया गया कि सामान्य तया समाज में ऐसे बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति विरले ही मिलते हैं जिन्हें समाज के सुधार, शुध्दिकरण, नारी उत्थान, उच्च शिक्षा, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन, वकालत, भाषा एवं संस्कृति उत्थान, हिंदू महासभा का गठन आदि अनेक कार्य बहुत कुशलतापूर्वक संचालित किये। विशेष आमंत्रित अतिथि कुमार अशोक पाण्डेय ने महामना के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महान शिक्षाविद, राजनेता, कुशल अधिवक्ता, स्वतंत्रता सेनानी, नारी उत्थान एवं समाज सुधारक के रूप में महामना का अप्रतिम योगदान है।
पं चन्द्रिका प्रसाद तिवारी ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि महामना के आदर्शों का हमें अपने जीवन में पालन करना चाहिए। ब्राह्मण समुदाय को उच्च शिक्षा एवं सांस्कृतिक ज्ञान अर्जित कर समाज में ब्रह्मत्व को मजबूत करना है। ब्राह्मण समाज के उत्थान के लिए महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी द्वारा दिखाए गये रास्ते पर चलकर ही पुराने वैभव व सामाजिक प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो सकती है।
इस विशाल गोष्ठी में लखनऊ शहर के पंख प्रेम सागर त्रिपाठी, अध्यक्ष, लखनऊ जनपद, पं. अनिल कुमार द्विवेदी, कृष्ण कुमार उपाध्याय, अनिल कुमार त्रिपाठी, पं. एसपी दुबे, पं. देवमणि मिश्रा, कुलदीप अवस्थी, उमाशंकर दुबे, रेखा त्रिपाठी, आदिति शर्मा, कंचन अग्निहोत्री, डा. अमिता मिश्रा, राकेश कुमार मिश्र, गिरीश चन्द्र त्रिपाठी, संजय अवस्थी, निरंजन गौतम, रेखा त्रिपाठी, विनय मिश्रा, रागिनी अवस्थी, आंचल शर्मा आदि विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक, बौद्धिक, व्यापारिक, और तकनीकी क्षेत्रों से जुड़े व्यवसायियों, विभिन्न सरकारी सेवाओं में कार्यरत एवं सेवानिवृत्त विप्र बंधुओं, विदुषियों और अन्य सैकड़ों गणमान्य लोगों ने प्रतिभाग किया।
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कार्यक्रम के अंत में पं. संजय अवस्थी, अध्यक्ष, अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा, अवध प्रांत ने इस अवसर पर पधारे समस्त आमंत्रित अतिथियों का आभार व्यक्त किया एवं महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के आदर्शों पर चल कर ब्राह्मण समाज का गौरवशाली बनाने का आवाहन किया। कानपुर अयोध्या समेत अनेक जिलों में महामना मदन मोहन मालवीय जयंती मनाई गई। अवध प्रांत महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रागिनी अवस्थी ने कहा कि बच्चों में ब्राह्मणों के गुण विकसित किए जाने चाहिए। बच्चों को धर्म और संस्कृति की शिक्षा दी जानी चाहिए। ब्राह्मणों को एक दूसरे का सहयोग करने का संकल्प लेना होगा।उन्होंने सरकार से आरक्षण समाप्त करने की मांग की। समारोह के दौरान अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा ने वरिष्ठ पत्रकार आर एल पाण्डेय को अवध प्रांत का मीडिया प्रभारी मनोनीत किया।
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