गौरव तिवारी

प्रतापगढ़: 250- रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डॉ.आरके वर्मा की तरफ से ब्राह्मण समाज और क्षत्रिय समाज के ऊपर की गई टिप्पणी का असर पट्टी में दिखाई देगा। विधानसभा बदलते ही आरके वर्मा के जिस तरह से सुर बदला है इसका सीधा असर पट्टी विधानसभा चुनाव में पड़ेगा या फिर दोनों बिरादरी के लोग भूल जाएंगे। डॉ. आरके वर्मा के बेतुके बयान से रानीगंज विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण समाज तथा क्षत्रिय समाज पूरी तरह से धीरज ओझा के साथ जुड़ रहा है। पहले बनाएं गए सपा प्रत्याशी विनोद दुबे भले ही आरके वर्मा के साथ चले गए हैं, लेकिन भाजपा पर कोई सियासी असर नहीं पड़ेगा।

रानीगंज में भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने भरोसा धीरज ओझा पर जताया है। यह भी एक बड़ी सोच ही रही होगी की रानीगंज से भाजपा धीरज ओझा के अलावा कोई चुनाव नहीं जीत पाना मुश्किल है। डॉ. आरके वर्मा द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी का असर पूरे जनपद में दिख रहा है और असर भी आसपास के विधानसभाओं में पढ़ रहा है। ब्राह्मण समाज को क्षत्रिय समाज के ऊपर आरके वर्मा द्वारा बीच-बीच में विश्वनाथ गंज में विधायक रहते हुए भी अभद्र टिप्पणी पहले भी की जा चुकी है।

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चुनाव के दौरान नेताओं के सुर बदल जाता है कि वोट बैंक बढ़ेगा मगर यह नेताओं की भूल है। आरके वर्मा यह भूल गए कि इसके पहले जो दो बार विधायक हुए हैं, उसमें सवर्ण मतदाताओं का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। लेकिन अब लाख सफाई दें, वीडियो में साफ-साफ सामंतवाद को उखाड़ फेंकने की बात कर रहे हैं। अम्बेडकर वाद, समाजवाद की बात चाहते हो कि सामंतवाद फिर यही वीडियो सोशल मीडिया में तेजी के साथ वायरल हो गया। अब सफाई दे रहे हैं की यह एडिट किया गया है। जबकी ऐसा कुछ नहीं है। धीरज ओझा युवा वर्ग में अच्छी खासी पकड़ रखते हैं और जीत की दहलीज पर खड़े है। सपा नेता की किरकिरी जमकर हो रही है।

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