बांदा: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आमप्रकाश राजभर काफी चर्चा में बने हुए हैं। उत्तर प्रदेश में वह भाजपा को अपदस्थ करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश में चार मुख्यमंत्री बनाने का भी फार्मूला प्रस्तुत किया था। हालांकि इस समय वह सपा से गठबंधन कर चके है। इसी के साथ ही उन्होंने अपराधियों के नेताओं के साठगाठ का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कल बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी से भी मुलाकात की। वहीं जेल से लौटते वक्त पुलिस ने आमप्रकाश राजभर की गाड़ी की तिंदवारी में तलाशी ली।
आज बाँदा के तिंदवारी में मुझे अपमानित करने के उद्देश्य के सीएम योगी जी की पुलिस ने गाड़ी रोक ली और मेरे गाड़ी को अपराधियों की तरह तलाशी लेकर बदसलूकी की। पिछड़ों को बीजेपी वाले भैंसा कहते हैं और अब गाड़ी की तलाशी कर रहे हैं। भाजपा के लोडर केशव मौर्या जी,स्वतंत्र देव जी जवाब दो?
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) November 2, 2021
गाड़ी की तलाशी लिए जाने से भड़के ओमप्रकाश राजभर ने इस मामले में राज्य सरकार तक को घसीट लिया। मजे की बात यह है कि सामान्य व्यक्ति की अगर अपराधी के साथ फोटो दिख जाए तो पुलिस उसके साथ कैसा व्यवहार करती है, यह सबको पता है। वहीं ओमप्रकाश राजभर जैसे नेता खुलेआम जेल में अपराधी का दर्शन करने जाते हैं और चाहते हैं कि उनकी तलाशी तक न हो। अपराध और राजनीति का यही गठजोड़ पूरे समाज को गर्त में ले जा रहा है। जानकारी के मुताबिक ओमप्रकाश राजभर ने जेल में भेजी गई अपनी पर्ची में अपना नाम ओमप्रकाश लिखा था।
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इस मुलाकात के दौरान उनके साथ मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी भी मौजूद था। मंगलवार को ओमप्रकाश राजभर बांदा मंडल जेल में करीब आधे घंटे तक मुख्तार से मुलाकात करने के बाद वह फतेहपुर के लिए निकले थे। इस दौरान तिंदवारी पुलिस गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे। थाना प्रभारी योगेश प्रताप सिंह ने राजभर के साथ चल रही गाड़ियों को भी तलाशी के लिए रोक लिया।
इस दौरान ओमप्रकाश राजभर ने थानेदार से बहस भी की। इसके बाद ओमप्रकाश राभर ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि तिंदवारी पुलिस ने उन्हें अपमानित करने के लिए उनकी गाड़ियों को रोका था। अपराधियों की तरह उनकी गाड़ी की तलाशी भी ली गई। ओमप्रकाश राजभर का यह आरोप कितना जायज यह समझने वाली बात है।
गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर पिछड़ी मानसिकता से उबर नहीं पा रहे हैं। उन्होंने ट्वीट में भी पिछड़ों की राजनीति करते हुए भाजपा को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने लिखा है कि आज बाँदा के तिंदवारी में मुझे अपमानित करने के उद्देश्य के सीएम योगी जी की पुलिस ने गाड़ी रोक ली और मेरे गाड़ी को अपराधियों की तरह तलाशी लेकर बदसलूकी की। पिछड़ों को बीजेपी वाले भैंसा कहते हैं और अब गाड़ी की तलाशी कर रहे हैं। भाजपा के लोडर केशव मौर्या जी,स्वतंत्र देव जी जवाब दो?
जो अपनों के साथ विश्वासघात करता है उसके साथ ऐसा ही होना चाहिए pic.twitter.com/D0WzZ50uRW
— Akshat Bhardwaj (Modi ka parivar) (@YogiMain) November 2, 2021
बता दें इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ साझाा मंच से उन्होंने जनता से बहुत ही फूहड़ तरीके से अपील की थी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था।
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